साहिबगंज: केंद्रीय नमामि गंगे की टीम दो दिवसीय दौरे पर साहिबगंज आएगी. केंद्रीय टीम जिले में 83 किलोमीटर बहने वाली गंगा नदी पर डॉक्यूमेंट्री बनाने जा रही है. डॉक्यूमेंट्री में साहिबगंज की ऐतिहासिक धरोहर, सभ्यता और संस्कृति को भी शामिल किया जाएगा. प्रशासनिक रिपोर्ट के अनुसार टीम नमामि गंगे के तहत साहिबगंज में चल रही योजनाओं की भी समीक्षा करेगी.
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उप विकास आयुक्त ने बताया कि नमामि गंगे की टीम दिल्ली से साहिबगंज आएगी. सबसे पहले मंडरो प्रखंड के हजारों वर्ष पुराने फॉसिल्स पार्क को शूट करेगी. फॉसिल्स पार्क में चल रहे कार्य योजना का भी निरीक्षण करेगी. साहिबगंज में नमामि गंगे योजना के तहत घाटों के सौंदर्यीकरण का जायजा लेगी. इसके बाद मुक्तेश्वर घाट पर गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा.
डॉक्यूमेंट्री में दिखेगी साहिबगंज की सभ्यता-संस्कृति
गुरुवार को राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के अंतर्गत उत्तरवाहिनी गंगा पर डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग होगी. राजमहल में मुगल काल के जामी मस्जिद बाराद्वारी, सिंधी दलान सहित अन्य स्थलों का भी दौरा करेगी. साहिबगंज की सभ्यता संस्कृति को भी इस डॉक्यूमेंट्री में शामिल किया जाएगा और शाम को राजमहल गंगा घाट पर गंगा आरती कार्यक्रम होगा.
उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार ने बताया कि बनारस से लेकर बंगाल की खाड़ी तक गंगा जोन है. इन सभी जगहों पर नमामि गंगे के टीम डॉक्यूमेंट्री बनाएगी. आने वाले समय में इस फिल्म के बन जाने से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर झारखंड के साथ साहिबगंज को एक पहचान मिलेगी. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह एक कारगर उपाय है.
केंद्रीय टीम नमामि गंगे योजना के तहत साहिबगंज में चल रहे करोड़ों रुपये की योजनाओं की समीक्षा करेगी. गंगा किनारे वन विभाग के द्वारा कितने पेड़ लगाये गये हैं और शहर में नमामि गंगे के तहत सीवरेज प्लांट की क्या स्थिति है, टीम इसका भी जायजा लेगी. गंगा में शहर का दूषित पानी नाली से पहुंचता है या नहीं, टीम इस पर भी नजर रखेगी.