साहिबगंजः रूपा तिर्की केस की मिस्ट्री को सुलझाने में सीबीआई की टीम एक-एक कड़ी जोड़ते हुए आगे बढ़ रही है. दिवंगत महिला थाना प्रभारी को धमकी मिली थी या नहीं, इस बिंदु पर अब पूरी टीम पूरे जोर-शोर से लग चुकी है.
इसे भी पढ़ें- रूपा तिर्की केसः सीबीआई ने जमीन विवाद से जुड़े लोगों को किया डिटेन, खुल सकते हैं कई राज
रूपा तिर्की की मौत के बाद परिजन और महाधिवक्ता राजीव कुमार के द्वारा धमकी मामले में लगातार हाईकोर्ट में आवाज उठाते रहे हैं इस मामले में हाईकोर्ट ने भी जमीनी विवाद मे शक जाहिर किया है सीबीआई टीम को इस बिंदु पर भी जांच करने का आदेश दिया है।
सीबीआई की टीम हाई कोर्ट के आदेश पर धमकी मामले में शहर के चौक बाजार स्थित बहुचर्चित जमीनी विवाद मामले में कांड संख्या 05/21 मे जांच शुरू कर चुकी है. रविवार को इस मामले में जुड़े दूसरे पक्ष से पूछताछ की गयी. सीबीआई की टीम ने दूसरे पक्ष की महिला रिद्धि तंबाकूवाला के ससुर भगवान टिबरेवाल से कई सवाल किए. इससे पहले शनिवार को जमीन विवाद से जुड़े पहला पक्ष सिद्धार्थ शर्मा और मामले की जांच कर रहे आईओ प्रमोद कुमार से पूछताछ की. सीबीआई प्रमोद कुमार के जवाब से संतुष्ट नहीं है. इसलिए उनसे दोबारा पूछताछ की जा सकती है.
जमीन विवाद केस से मिलेगा सुराग!
सीबीआई टीम का मानना है कि नवंबर 2020 में रूपा तिर्की को महिला थाना प्रभारी बनाया गया था. उसके बाद 11 केस को वह देख रही थी, जिसमें 5 केस हाई प्रोफाइल था. लेकिन इस बीच ऐसा क्या हुआ कि 3 मई को रूपा तिर्की की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो जाती है. इस सवाल के जवाब में अब सीबीआई की टीम सभी केस से जुड़े बिंदुओं को खंगालना शुरू कर चुकी है. रूपा तिर्की जिस हाई प्रोफाइल केस को खुद देख रही थी, अब सीबीआई की टीम केस से जुड़े लोगों से पूछताछ शुरू कर चुकी है. इस मामले में रूपा तिर्की की माता-पिता और केस के महाधिवक्ता राजीव कुमार ने जमीनी विवाद से जुड़ी धमकी दिए जाने को लेकर हत्या से जोड़कर बात उठा चुके हैं.