साहिबगंज: महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत मामले को सुलझाने के लिए सीबीआई की टीम एक-एक कड़ी को जोड़ते हुए केस पर से पर्दा उठाने में जुटी है. पिछले दिनों रूपा तिर्की से जुड़े दर्जनों लोगों से पूछताछ करने के बाद सीबीआई की टीम अब एक नए मोड़ में पहुंच चुकी है. मामले को लेकर मिर्जाचौकी थाना प्रभारी अशोक प्रसाद सीबीआई टीम के समक्ष प्रस्तुत होने के लिए सर्किट हाउस पहुंचे, लगभग 1 घंटा 40 मिनट तक बंद कमरे में पूछताछ करने के बाद उन्हें बाहर निकाल दिया गया. इनके निकलने के बाद दो महिला होमगार्ड सिपाही शोभा कुमारी और खातून को पूछताछ के लिए बुलाया गया, शाम होने तक पूछताछ चलती रही.
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मिर्जाचौकी थाना प्रभारी ने बताया कि सीबीआई की टीम ने धनंजय मिश्रा हत्याकांड से जुड़े कई सवालों के जवाब जानने की कोशिश की. सीबीआई द्वारा पूछा गया कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा द्वारा कभी केस से संबंधित दबाव डालने के लिए फोन किया था या नहीं. इस सवाल पर दारोगा ने सीबीआई को बताया कि किसी तरह का फोन नहीं आया था. मैंने स्वतंत्र रूप से केस को सॉल्व करने का प्रयास किया है.
दरअसल, साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की धनंजय मिश्रा मर्डर केस में आरोपित पत्नी का केस देख रही थीं. अनुसंधान क्रम में रूपा तिर्की ने खुलासा किया कि धनंजय मिश्रा की पत्नी और बॉयफ्रेंड ने मिलकर हत्या को अंजाम दिया है. उसके बाद पत्नी को जेल भेज दिया गया था. धनंजय मिश्रा हाल ही में जेल से छूटा था, जो रिश्ते में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का चचेरा भाई था. धनंजय मिश्रा की हत्या के बाद पूरा जिला प्रशासन शव को देखने के लिए पहुंच चुका था क्योंकि मामला मुख्यमंत्री से जुड़े प्रतिनिधि का था. 3 मई 2021 को महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत संदेहास्पद स्थिति में होने के बाद शहर में चर्चा थी कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा केस उठा लेने के लिए रूपा तिर्की को दबाव डालता था. पूरे मामले की तह तक जाने के लिए सीबीआई जांच अभियान तेज कर चुकी है.