साहिबगंजः भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है. वहीं, झारखंड के संथाल परगना में दिल को सुकून देने वाली खबर सामने आयी है. साहिबगंज के सकरोगढ़ की रहने वाली 99 साल की बुजुर्ग महिला द्रौपदी देवी कोरोना को मात देकर वापस घर लौट आयी हैं. परिजनों ने आरती उतारकर स्वागत किया है.
साहिबगंज व्यवहार न्यायालय में कार्यरत रामस्वरूप चौरसिया कोरोना संक्रमित हुए थे. घर में एक साथ रहने पर मां भी संक्रमित हो गई. दोनों को कोविड 19 के विशेष अस्पताल राजमहल अनुमंडल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. लगातार दो बार नेगेटिव रिपोर्ट आने पर डॉक्टर ने बुजुर्ग को सम्मान के साथ विदाई किया. डॉक्टर भी हैरान हैं कि 99 साल की उम्र में कोरोना हार गया और बुजुर्ग स्वस्थ हो गयी. डॉक्टर ने कहा कि बुजुर्ग महिला को हाइपरटेंशन, डायबिटीज और बीमारी नहीं होने का फायदा मिला है. बुजुर्ग का स्वस्थ होना सभी लोगों के लिए खुशखबरी है.
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वहीं, बुजुर्ग का बेटा रामस्वरूप चौरसिया ने कहा कि जीवन भर सात्विक भोजन और अनुशासित दिनचर्या की वजह से मां ठीक हो पाई है. आज भी वह सुबह 4 बजे जगने के बाद स्नान करना और तुलसी का रस नियमित सेवन और सादा भोजन करती है.
बता दें कि मां और बेटा दोनों कोरोना से संक्रमित हुए थे. दोनों ने कोरोना को मात देकर वापस स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. शतक तक पहुंचने वाली बुजुर्ग महिला द्रौपदी ने कोरोना को मात देकर समाज में एक अच्छा संदेश दिया है.