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साहिबगंज में 85 फीसदी धानरोपनी, नकली खाद विक्रेताओं पर प्रशासन की पैनी नजर

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Published : Aug 16, 2019, 12:06 PM IST

साहिबगंज में इस बार धानरोपनी अच्छी हुई है.किसानों में काफी खुशी है. अब वो खाद खरीदने की ओर रूख कर रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन पूरी तरह से सचेत है कि किसान नकली खाद विक्रेताओं के झांसे में न आ जाएं.

85 फीसदी धानरोपनी

साहिबगंजः जिले में अनुपात से अधिक वर्षा हुई है. इस वर्षा का सबसे ज्यादा फायदा किसानों को हुआ है. इस साल खरीफ फसल की बुआई काफी कारगर सिद्ध हुई है. साहिबगंज जिले में अब तक 85 प्रतिशत से अधिक धान रोपनी हो चुकी है. बेहतर पैदावार हो इसके लिए किसान अब खाद की खरीदारी करेंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन अभी से सतर्क है. प्रशासन की यह कोशिश है कि किसान नकली खाद न खरीदें. किसानों को भी नकली खाद की चिंता सता रही है. इससे बचाव के उपाय किए जा रहे हैं.

देखें पूरी खबर

धान रोपणी के बाद अब किसानों को धान के पौधों में वृद्धि के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी. किसानों को यूरिया ,पोटाश और डीएपी की जरूरत है. जिले में जितने भी खाद विक्रेता हैं उनके दुकानों पर किसानों की भीड़ देखने को मिलेगी. वहीं नकली खाद के विक्रेता भी सक्रिय हो चुके हैं. सीधे-साधे किसान को लूटने की तैयारी में जुट गए हैं.

वहीं, जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि किसानों को खाद की जरूरत पड़ेगी. इसका फयदा खाद विक्रेता नकली खाद बेच कर उठा सकते हैं. जिले में जितने खाद विक्रेता हैं सभी के दुकानों में रेड की जाएगी और खाद के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई विक्रेता नकली खाद बेचते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई करते हुए लाइंसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.

दूसरी ओर जिला के उपायुक्त राजीव रंजन का कहना है कि इस बार जिले में अच्छी बारिश हुई है. उन्होंने आशा जताई है कि इस बार धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.

ये भी पढ़ें- विश्व आदिवासी दिवस: सिमटते जंगलों में गुम हो रहा बिरहोर आदिवासियों का वजूद

किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले साल बारिश नहीं होने से सुखाड़ की स्थिति हो गई थी. किसानों की कमर टूट चुकी थी, सब कर्ज में डूब चुके थे, लेकिन इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में धान का बिचड़ा लग चुका है. इससे पैसों की बचत हुई है. आशा है कि इस बार धान के पैदावार में बढ़ोतरी होगी. परेशानी इस बात की है कि किसानों को सही खाद, यूरिया, पोटाश और डीएपी मिले ताकि अच्छी खाद से धान के पैदावार में बढ़ोतरी हो सके. अब देखना यह होगा कि जिले में धड़ल्ले से नकली खाद की बिक्री पर जिला प्रशासन किस तरह से रोक लगा पाती है.

साहिबगंजः जिले में अनुपात से अधिक वर्षा हुई है. इस वर्षा का सबसे ज्यादा फायदा किसानों को हुआ है. इस साल खरीफ फसल की बुआई काफी कारगर सिद्ध हुई है. साहिबगंज जिले में अब तक 85 प्रतिशत से अधिक धान रोपनी हो चुकी है. बेहतर पैदावार हो इसके लिए किसान अब खाद की खरीदारी करेंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन अभी से सतर्क है. प्रशासन की यह कोशिश है कि किसान नकली खाद न खरीदें. किसानों को भी नकली खाद की चिंता सता रही है. इससे बचाव के उपाय किए जा रहे हैं.

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धान रोपणी के बाद अब किसानों को धान के पौधों में वृद्धि के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी. किसानों को यूरिया ,पोटाश और डीएपी की जरूरत है. जिले में जितने भी खाद विक्रेता हैं उनके दुकानों पर किसानों की भीड़ देखने को मिलेगी. वहीं नकली खाद के विक्रेता भी सक्रिय हो चुके हैं. सीधे-साधे किसान को लूटने की तैयारी में जुट गए हैं.

वहीं, जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि किसानों को खाद की जरूरत पड़ेगी. इसका फयदा खाद विक्रेता नकली खाद बेच कर उठा सकते हैं. जिले में जितने खाद विक्रेता हैं सभी के दुकानों में रेड की जाएगी और खाद के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई विक्रेता नकली खाद बेचते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई करते हुए लाइंसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.

दूसरी ओर जिला के उपायुक्त राजीव रंजन का कहना है कि इस बार जिले में अच्छी बारिश हुई है. उन्होंने आशा जताई है कि इस बार धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.

ये भी पढ़ें- विश्व आदिवासी दिवस: सिमटते जंगलों में गुम हो रहा बिरहोर आदिवासियों का वजूद

किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले साल बारिश नहीं होने से सुखाड़ की स्थिति हो गई थी. किसानों की कमर टूट चुकी थी, सब कर्ज में डूब चुके थे, लेकिन इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में धान का बिचड़ा लग चुका है. इससे पैसों की बचत हुई है. आशा है कि इस बार धान के पैदावार में बढ़ोतरी होगी. परेशानी इस बात की है कि किसानों को सही खाद, यूरिया, पोटाश और डीएपी मिले ताकि अच्छी खाद से धान के पैदावार में बढ़ोतरी हो सके. अब देखना यह होगा कि जिले में धड़ल्ले से नकली खाद की बिक्री पर जिला प्रशासन किस तरह से रोक लगा पाती है.

Intro:85 प्रतिशत से अधिक हुआ जिला में धनरोपनी। अब खाद खरीदारी को लेकर किसानों की उमड़ेगी भीड़। नकली खाद बिक्रेता पर प्रशासन की रहेगी विशेष नजर। किसान को सता रहा है चिंता की यदि असली खाद खेतों में नहीं जीता गया तो मेहनत पर पानी फिर सकता है।



Body:85 प्रतिशत से अधिक हुआ जिला में धनरोपनी। अब खाद खरीदारी को लेकर किसानों की उमड़ेगी भीड़। नकली खाद बिक्रेता पर प्रशासन की रहेगी विशेष नजर।
स्टोरी-सहिबगंज-- झारखंड का साहिबगंज जिला ही एकमात्र ऐसा जिला है जहां अनुपात से अधिक वर्षा हुई है और इसका फायदा किसानों को हुआ है ।खरीफ फसल की बुआई में या वर्षा काफी कारगर सिद्ध हुआ है साहिबगंज जिले में अब तक 85% से अधिक धान रोपनी हो चुकी है। किसानों को इस बार उम्मीद से अधिक धान की पैदावार बढ़ने की उम्मीद है किसानों में खुशी की लहर है की एक तरफ बारिश से समय के साथ खेतों में धान का रोपनी हुई है तो दूसरी तरफ पैसे की बचत भी हुई है।
अब किसानों को धान के पौधों में वृद्धि के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी। किसानों को यूरिया ,पोटाश और डीएपी की जरूरत है। जिले में जितने भी खाद विक्रेता हैं उनके दुकानों पर किसानों के भीड़ देखने को मिलेगी। वहीं खाद विक्रेता नकली खाद में अधिक कमाई को लेकर बेचने की तैयारी में जुटे हुए हैं। सीधे-साधे किसान को लूटने की तैयारी में खाद विक्रेता भी पहले से तैयारी में है।
जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि और किसानों को खाद की जरूरत पड़ेगी ।चुकी जिला में आवश्यकता से अधिक बारिश होने से 50% से अधिक धान रोपनी हो चुकी है। जिले में जितने खाद विक्रेता है सभी के यहां रेड किया जाएगा। और खाद का सैंपल जांच के लिए भेजा जाएगा कहा कि पकड़े जाने पर करवाई के साथ इन लोगों का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा इसलिए नकली खाद विक्रेता पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
बाइट- उमेश तिर्की, डीएओ,सहिबगंज
जिला जिला के उपायुक्त ने कहा के इस बार जिला में अच्छी बारिश हुई है। यू कहे तो साहिबगंज का किसान लक्की है अच्छी बारिश होने से लगभग धान रोपनी हो चुकी है। आशा है इस बार धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगा।
बाइट- राजीव रंजन,डीसी,सहिबगंज।
जिला के जिला के किसानो खुशी की लहर टूट पड़ी है किसानों का कहना है कि पिछले साल बारिश नहीं होने से सुखाड़ की स्थिति हो गई थी किसानों का कवच टूट चुका था कर्ज में डूब चुके थे लेकिन इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में धान का बिचड़ा लग चुका है। पैसे की बचत तो हुई है आशा है इस बार धान का पैदावार में बढ़ोतरी होगी बस चिंता सता रहा है कि किसानों को सही खाद यूरिया, पोटाश और डीएपी मिले ताकि अच्छी खाद से धान के पैदावार में बढ़ोतरी होगी नहीं तो किसान के मेहनत पर पानी फिर जाएगा।
बाइट- किसान,1,2



Conclusion:देखना यह होगा कि जिले में धड़ल्ले से नकली खाद की बिक्री पर जिला प्रशासन किस तरह से रोक लगा पाती है नकली खात की बिक्री जिले में धड़ल्ले से चल रही है किसानों के मेहनत पर पानी फिर रहा है अब देखना यह होगा कि ईटीवी भारत की खबर का असर किसानों के हित में कितना कारगर सिद्ध हो पाता है।
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