साहिबगंजः जिले में अनुपात से अधिक वर्षा हुई है. इस वर्षा का सबसे ज्यादा फायदा किसानों को हुआ है. इस साल खरीफ फसल की बुआई काफी कारगर सिद्ध हुई है. साहिबगंज जिले में अब तक 85 प्रतिशत से अधिक धान रोपनी हो चुकी है. बेहतर पैदावार हो इसके लिए किसान अब खाद की खरीदारी करेंगे. इसे लेकर जिला प्रशासन अभी से सतर्क है. प्रशासन की यह कोशिश है कि किसान नकली खाद न खरीदें. किसानों को भी नकली खाद की चिंता सता रही है. इससे बचाव के उपाय किए जा रहे हैं.
धान रोपणी के बाद अब किसानों को धान के पौधों में वृद्धि के लिए खाद की जरूरत पड़ेगी. किसानों को यूरिया ,पोटाश और डीएपी की जरूरत है. जिले में जितने भी खाद विक्रेता हैं उनके दुकानों पर किसानों की भीड़ देखने को मिलेगी. वहीं नकली खाद के विक्रेता भी सक्रिय हो चुके हैं. सीधे-साधे किसान को लूटने की तैयारी में जुट गए हैं.
वहीं, जिला कृषि अधिकारी का कहना है कि किसानों को खाद की जरूरत पड़ेगी. इसका फयदा खाद विक्रेता नकली खाद बेच कर उठा सकते हैं. जिले में जितने खाद विक्रेता हैं सभी के दुकानों में रेड की जाएगी और खाद के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई विक्रेता नकली खाद बेचते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त कारवाई करते हुए लाइंसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.
दूसरी ओर जिला के उपायुक्त राजीव रंजन का कहना है कि इस बार जिले में अच्छी बारिश हुई है. उन्होंने आशा जताई है कि इस बार धान की पैदावार में बढ़ोतरी होगी.
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किसानों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले साल बारिश नहीं होने से सुखाड़ की स्थिति हो गई थी. किसानों की कमर टूट चुकी थी, सब कर्ज में डूब चुके थे, लेकिन इस बार अच्छी बारिश होने से खेतों में धान का बिचड़ा लग चुका है. इससे पैसों की बचत हुई है. आशा है कि इस बार धान के पैदावार में बढ़ोतरी होगी. परेशानी इस बात की है कि किसानों को सही खाद, यूरिया, पोटाश और डीएपी मिले ताकि अच्छी खाद से धान के पैदावार में बढ़ोतरी हो सके. अब देखना यह होगा कि जिले में धड़ल्ले से नकली खाद की बिक्री पर जिला प्रशासन किस तरह से रोक लगा पाती है.