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खुशखबरी! सुखाड़ में भी लहलहाएंगे किसानों के फसल, साहिबगंज में बनेंगे 3949 बिरसा सिंचाई कूप - 3949 Birsa irrigation wells

झारखंड सरकार किसानों के लिए बड़ी सौगात लेकर आई है. बिरसा सिंचाई कूप संवधर्न योजना के माध्यम से प्रत्येक प्रखंडों में 3949 कुएं के निर्माण किए जाएंगे.

Sahibganj News
झारखंड सरकार की बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना
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Published : Jun 15, 2023, 1:38 PM IST

जानकारी देते साहिबगंज के डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार

साहिबगंज: झारखंड सरकार किसान को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना लेकर आयी है. जिला के हर प्रखंड में 3949 कुएं का निर्माण करने का लक्ष्य दिया गया है. यह योजना दो वर्षीय है. 2022-2023 में 2962 और 2023-2024 में 987 कूप को बनाना है. इस योजना में दो तरह का कुंआ बनाना है.

ये भी पढ़ें: Dumka News: दुमका में सरकारी कोल्ड स्टोरेज का निर्माण 10 वर्षों से अधूरा, किसानों में मायूसी

पहली तरह के कुएं ईट और पत्थर से बनाए जाएंगे. इसके लिए 3,95,988 रुपये खर्च आएगा. दूसरा सिर्फ पत्थर से निर्मित होगा. इसके लिए 3,89,808 रुपये लगेंगे. यह महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा और राज्य योजना मद से पूरी की जाएगी. कूप के निर्माण कार्य में राज्य सरकार प्रति लाभुक को 50,000 हजार रुपये देगी और शेष राशि मनरेगा से मिलेगी. सरकार का मानना है कि खेतों में नलकूप लगाने से किसान अपनी फसल में समय समय पर सिंचाई कर सकते हैं.

गौरतलब है कि पिछले साल मानसून कमजोर होने की वजह से झारखंड के चार जिले छोड़ बाकी जिलों में खरीफ फसल की बुआई नहीं हो पाई थी. सुखाड़ क्षेत्र में साहिबगंज जिले का भी नाम था. सरकार किसानों के दुख को थोड़ा कम करने के लिए सुखाड़ के एवज में सहायता राशि भी धीरे-धीरे दे रही है.

उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार ने बताया कि मनरेगा योजना से कूप बनाने का लक्ष्य मिला है. बरसात शुरू होने से उसके धंसने का डर रहेगा. बरसात खत्म होने के बाद योजना धरातल पर दिखने लगेगी. हालांकि इस बीच प्रखंडों में स्थल का निरीक्षण कर लिया गया है. इसके बन जाने से भविष्य में सुखाड़ जैसी समस्या से किसान को जूझना नहीं पड़ेगा. सिंचाई के लिए कूप काफी कारगर साबित होगी.

जानकारी देते साहिबगंज के डीडीसी प्रभात कुमार बरदियार

साहिबगंज: झारखंड सरकार किसान को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना लेकर आयी है. जिला के हर प्रखंड में 3949 कुएं का निर्माण करने का लक्ष्य दिया गया है. यह योजना दो वर्षीय है. 2022-2023 में 2962 और 2023-2024 में 987 कूप को बनाना है. इस योजना में दो तरह का कुंआ बनाना है.

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पहली तरह के कुएं ईट और पत्थर से बनाए जाएंगे. इसके लिए 3,95,988 रुपये खर्च आएगा. दूसरा सिर्फ पत्थर से निर्मित होगा. इसके लिए 3,89,808 रुपये लगेंगे. यह महत्वाकांक्षी योजना मनरेगा और राज्य योजना मद से पूरी की जाएगी. कूप के निर्माण कार्य में राज्य सरकार प्रति लाभुक को 50,000 हजार रुपये देगी और शेष राशि मनरेगा से मिलेगी. सरकार का मानना है कि खेतों में नलकूप लगाने से किसान अपनी फसल में समय समय पर सिंचाई कर सकते हैं.

गौरतलब है कि पिछले साल मानसून कमजोर होने की वजह से झारखंड के चार जिले छोड़ बाकी जिलों में खरीफ फसल की बुआई नहीं हो पाई थी. सुखाड़ क्षेत्र में साहिबगंज जिले का भी नाम था. सरकार किसानों के दुख को थोड़ा कम करने के लिए सुखाड़ के एवज में सहायता राशि भी धीरे-धीरे दे रही है.

उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार ने बताया कि मनरेगा योजना से कूप बनाने का लक्ष्य मिला है. बरसात शुरू होने से उसके धंसने का डर रहेगा. बरसात खत्म होने के बाद योजना धरातल पर दिखने लगेगी. हालांकि इस बीच प्रखंडों में स्थल का निरीक्षण कर लिया गया है. इसके बन जाने से भविष्य में सुखाड़ जैसी समस्या से किसान को जूझना नहीं पड़ेगा. सिंचाई के लिए कूप काफी कारगर साबित होगी.

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