रांची: देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में रांची स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी (DSPMU Ranchi) में यूथ इन्वॉल्वमेंट इन रिजूवेंशन ऑफ वाटर रिसोर्स इन झारखंड (Youth Involvement in Rejuvenation of Water Resources in Jharkhand) विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इस मौके पर जलपुरुष और तरुण भारत के संस्थापक डॉ. राजेंद्र सिंह विशेष रूप से शामिल हुए और उच्च शिक्षा हासिल कर रहे विद्यार्थियों को जल संरक्षण को लेकर जागरूक किया. इसके अलावा इंडियन हिमालयन रिवर बेसिन काउंसिल की चेयरपर्सन डॉ. इंदिरा खुराना और वरिष्ठ पत्रकार मधुकर समेत कई गणमान्य लोगों ने इस विशेष कार्यक्रम के दौरान अपने-अपने विचार रखे.
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क्या कहते हैं जलपुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह: इस मौके विद्यार्थियों को जल संरक्षण के विषय को लेकर जागरुकता का पाठ पढ़ाते हुए जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक हमारी नदियां सुरक्षित नहीं रहेगी. हमारा जीवन सुरक्षित नहीं रह सकता. उन्होंने कहा कि नदियों को बचाने के लिए हमें जल के प्राकृतिक स्रोतों से सही मायने में जुड़ना होगा. खुशी इस बात की है कि देश का हर युवा प्रकृति से जुड़ना चाहता है और उसे बचाना चाहता है. लेकिन व्यवस्थाएं इस कदर बनी हुई है जिससे कि लोगों को परेशानी होती है. झारखंड ही नहीं बल्कि देश की ऐसी कई नदियां है जो आज विलुप्त होने के कगार पर है तो कुछ नदियां ऐसी भी है जो नाला बन गयी है.
डॉ. इंदिरा खुराना ने कहा: मौके पर डॉ. इंदिरा खुराना ने कहा कि जल संरक्षण करना है तो सबसे पहले पानी के साथ अपना रिश्ता बनाना होगा. उन्होंने कहा कि जल स्रोतों से हर किसी को जोड़ने की कोशिश करनी चाहिए. इसके अलावा पानी को बचाने के लिए युवाओं को गांव से लेकर शहर तक जुड़ना होगा.
डीएसपीएमयू में आयोजित इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. देश के साथ झारखंड में भी प्रचंड गर्मी पड़ रही है. पानी की समस्या कई मोहल्लों में देखी जा रही है. नदी में पानी कम हो रहे हैं. जलाशय सूख रहे हैं और ऐसे में जल संरक्षण को लेकर कार्यक्रम आयोजित करना और हर एक व्यक्ति को जागरूक करना, एक अच्छी पहल है. यह समाज के लिए अच्छा संदेश है.