रांची: प्रदेश के 7 जिलों में फैले 20 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को मतदान होना है. इस फेज में वैसे विधानसभा सीटें है, जिनमें मुख्यमंत्री रघुवर दास, झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा समेत कई दिग्गज चुनाव लड़ रहे हैं.
इसको लेकर बीजेपी के आला नेताओं की लगातार कैंपेनिंग जारी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमशेदपुर और खूंटी में सभाएं भी कर चुके हैं. दूसरे चरण के मतदान को लेकर बीजेपी में खासा उत्साह है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि फर्स्ट फेज में जनता का पूरा सहयोग मिला है. वहीं, सेकंड फेज में 20 में से 8 सीटें ऐसी है, जिसमें फिलहाल बीजेपी के विधायक हैं. शाहदेव ने कहा कि सेकंड फेज में 20 सीटों में 15 सीटें ऐसी है, जिसमें बीजेपी सफलतापूर्वक निकलेगी, जबकि पांच पर कांटे की टक्कर है.
ये भी देखें- बाघमारा में शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस के शत्रुओं को किया 'खामोश', शायराना अंदाज में मांगा प्रत्याशी के लिए वोट
वहीं, प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा ने साफ तौर पर कहा कि लोग अब बीजेपी के शासन काल से उग रहे हैं. झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि दूसरे फेज में बीजेपी का खाता तक नहीं खुलेगा. मोनेज पांडे ने कहा कि जिन मुद्दों को लेकर राज्य के पूर्व मंत्री सरयू राय ने सवाल खड़े किए. उस पर अभी तक कोई जवाब नहीं आया है. पांडे ने दावा किया कि सेकंड फेज में बीजेपी पूरी तरह से साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा इस बार दांव पर लगी है.
दरअसल, दूसरे फेज में जिन सात जिलों की 20 विधानसभा सीटों पर मतदान होंना है, उनमें पूर्वी सिंहभूम की 6 सीटें, सरायकेला खरसावां की 2, पश्चिमी सिंहभूम की 5, खूंटी की दो, रांची की दो गुमला की एक और सिमडेगा की 2 विधानसभा सीटों शामिल है.
ये भी देखें- प्रचार प्रसार के आखिरी दिन, विधानसभा चुनाव 2019 के 'हॉटसीट तमाड़' के लिए पार्टियों ने झोंकी अंतिम ताकत
बीजेपी के समक्ष क्या है चुनौती
दरअसल, कोल्हान के 3 जिलों के जिन सीटों पर चुनाव हो रहा है, वहां झारखंड मुक्ति मोर्चा का प्रभुत्व है. वहीं, दूसरी तरफ पूर्व कैबिनेट सहयोगी सरयू राय के चुनावी समर में उतर जाने से बीजेपी खेमे को पूरे कोल्हान इलाके में चुनौती मिल रही है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों पर यकीन करें तो सत्ताधारी बीजेपी सेकंड फेज में 20 में महज 8 सीटों पर खुद को कंफर्टेबल मान रही है.