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3 से 10 तक पहुंची झारखंड विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या, इस बार भी पार्टियों का दावा योग्य उम्मीदवारों मिलेगा मौका

राजधानी में महिला जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को लेकर आवाज उठनी शुरु हो गई है. आंकड़ों के हिसाब से झारखंड में 81 विधानसभा सीट में सिर्फ 10 महिला विधायक हैं. सभी राजनीतिक दल महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए मोर्चा तो निकालते हैं, लेकिन टिकट देने का समय आता है तो महिला मोर्चा के पदाधिकारी पिछली पंक्ति में पाए जाते हैं.

महिलाओं के सम्मान के लिए हर संभव कदम
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Published : Oct 21, 2019, 11:16 PM IST

रांची: सूबे में महिला जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को लेकर आवाज उठने लगी हैं. वैसे तो हर राजनीतिक दल का अपना अलग महिला मोर्चा होता है, लेकिन जब बात टिकट देने की आती है तो हमेशा महिला मोर्चा के पदाधिकारी पिछली पंक्ति में खड़े पाए जाते हैं. आंकड़ों की बात करें तो झारखंड में 81 विधानसभा सीट हैं, जिसमें फिलहाल 10 महिला विधायक हैं और राज्य की 14 लोकसभा सीट पर 2 पर महिला सांसद है.

देखें पूरी खबर

पशुपालक के लिए 90% तक की सब्सिडी
बीजेपी का दावा है कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं के सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाए हैं. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा कि एक रुपए में जमीन की रजिस्ट्री कराकर महिलाओं को मालकिन बनाया गया. उन्हें पशुपालक के लिए 90% तक की सब्सिडी दी गई है. बच्ची के जन्म से लेकर शादी तक के लिए राज्य सरकार ने योजना बनाई है. उन्होंने कहा कि जहां तक चुनाव की बात है योग्य महिला जनप्रतिनिधि को पार्टी मौका देती रही है और इस बार भी उन्हें योग्यता के आधार पर मौका मिलेगा.

सरकारी नौकरी में 50% आरक्षण
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाओं को उचित सम्मान के लिए पार्टी प्रयासरत है. उन्हें सरकारी नौकरी में भी 50% आरक्षण देने की व्यवस्था तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार ने की थी. भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव में कई बातें रहती हैं. उसी के आधार पर मैक्सिमम महिला उम्मीदवार झामुमो दे पाए यही कोशिश रहेगी. हालांकि अभी संख्या निर्धारित नहीं हुई है.

झारखंड विधानसभा चुनाव में 111 महिला उम्मीदवार
बता दें कि 2014 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में 111 महिलाएं चुनावी समर में उतरी थी, जिनमें से 9 महिला उम्मीदवार झारखंड विधानसभा में एंट्री की थी. 2018 में सिल्ली और गोमिया विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर महिलाएं जीती और उनकी संख्या 11 हो गई, जबकि 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में गीता कोड़ा के लोकसभा चुनाव जीतने पर झारखंड विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या 10 हो गई.

2005 में 90 से अधिक महिलाओं ने आजमाया था भाग्य
2009 की बात करें तो उस साल 107 महिलाओं को इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में मौका मिला था, लेकिन 8 ही जीतकर विधायक बनी. 2005 में राज्य गठन के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में 90 से अधिक महिलाओं ने भाग्य आजमाया था, लेकिन 3 को ही विधायक बनने का मौका मिला. यह पहला मौका है कि पिछले 19 साल में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 10 महिलाएं विधायक हैं, जिनमें से 2 स्टेट कैबिनेट में मंत्री हैं.

रांची: सूबे में महिला जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को लेकर आवाज उठने लगी हैं. वैसे तो हर राजनीतिक दल का अपना अलग महिला मोर्चा होता है, लेकिन जब बात टिकट देने की आती है तो हमेशा महिला मोर्चा के पदाधिकारी पिछली पंक्ति में खड़े पाए जाते हैं. आंकड़ों की बात करें तो झारखंड में 81 विधानसभा सीट हैं, जिसमें फिलहाल 10 महिला विधायक हैं और राज्य की 14 लोकसभा सीट पर 2 पर महिला सांसद है.

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पशुपालक के लिए 90% तक की सब्सिडी
बीजेपी का दावा है कि मौजूदा सरकार ने महिलाओं के सम्मान के लिए हर संभव कदम उठाए हैं. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बरनवाल ने कहा कि एक रुपए में जमीन की रजिस्ट्री कराकर महिलाओं को मालकिन बनाया गया. उन्हें पशुपालक के लिए 90% तक की सब्सिडी दी गई है. बच्ची के जन्म से लेकर शादी तक के लिए राज्य सरकार ने योजना बनाई है. उन्होंने कहा कि जहां तक चुनाव की बात है योग्य महिला जनप्रतिनिधि को पार्टी मौका देती रही है और इस बार भी उन्हें योग्यता के आधार पर मौका मिलेगा.

सरकारी नौकरी में 50% आरक्षण
वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि महिलाओं को उचित सम्मान के लिए पार्टी प्रयासरत है. उन्हें सरकारी नौकरी में भी 50% आरक्षण देने की व्यवस्था तत्कालीन हेमंत सोरेन सरकार ने की थी. भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव में कई बातें रहती हैं. उसी के आधार पर मैक्सिमम महिला उम्मीदवार झामुमो दे पाए यही कोशिश रहेगी. हालांकि अभी संख्या निर्धारित नहीं हुई है.

झारखंड विधानसभा चुनाव में 111 महिला उम्मीदवार
बता दें कि 2014 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में 111 महिलाएं चुनावी समर में उतरी थी, जिनमें से 9 महिला उम्मीदवार झारखंड विधानसभा में एंट्री की थी. 2018 में सिल्ली और गोमिया विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर महिलाएं जीती और उनकी संख्या 11 हो गई, जबकि 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में गीता कोड़ा के लोकसभा चुनाव जीतने पर झारखंड विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या 10 हो गई.

2005 में 90 से अधिक महिलाओं ने आजमाया था भाग्य
2009 की बात करें तो उस साल 107 महिलाओं को इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में मौका मिला था, लेकिन 8 ही जीतकर विधायक बनी. 2005 में राज्य गठन के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में 90 से अधिक महिलाओं ने भाग्य आजमाया था, लेकिन 3 को ही विधायक बनने का मौका मिला. यह पहला मौका है कि पिछले 19 साल में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 10 महिलाएं विधायक हैं, जिनमें से 2 स्टेट कैबिनेट में मंत्री हैं.

Intro:झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य की बाइट। इससे जुड़ी खबर विसुअल और अन्य बाइट मोजो से जा रही हैBody:झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य की बाइट। इससे जुड़ी खबर विसुअल और अन्य बाइट मोजो से जा रही हैConclusion:
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