ETV Bharat / state

रांची: कृषि वैज्ञानिकों को डिजिटल ट्रेनिंग मैटेरियल तैयार करने के निर्देश, बीएयू के वीसी ने की समीक्षा

author img

By

Published : May 19, 2021, 8:32 AM IST

रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओंकार नाथ सिंह ने केवीके संस्थानों को डिजिटल ट्रेनिंग की तैयारी कराने का निर्देश दिया है. वर्चुअल माध्यम से हुई केवीके की समीक्षा बैठक में ये निर्देश दिया गया.

Virtual review meeting of krishi vigyan kendras held in ranchi
रांची: कृषि विज्ञान केंद्रों को डिजिटल ट्रेनिंग देने की तैयारी, BAU के वीसी ने दिए निर्देश

रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन जिलों में कार्यरत 16 कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) की वर्चुअल माध्यम से मंगलवार को समीक्षा बैठक हुई. इस मौके पर कुलपति डॉ. ओंकार नाथ सिंह ने कोरोना काल को देखते हुए सभी केवीके वैज्ञानिकों को डिजिटल मोड में विषयवार ट्रेनिंग मैटेरियल तैयार करने का निर्देश दिए. ट्रेनिंग में किसानों की आय बढ़ाने की तकनीकों को प्राथमिकता देने के लिए भी कहा गया.

इसे भी पढ़ें- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय ने समय पर मानसून आने की जताई संभावना, अच्छी फसल की उम्मीद

बताते चलें कि वीसी ने इस वर्चुअल बैठक में किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करने की बात भी कही है. निदेशालय प्रसार शिक्षा की ओर से आयोजित इस बैठक में केवीके की कृषि से सबंधित प्रसार गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की गई. डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ. जगरनाथ उरांव ने केवीके वैज्ञानिकों को आगामी खरीफ एक्सटेंशन प्रोग्राम के तहत इनपुट की अग्रिम व्यवस्था और ऑन फार्म ट्रायल, फ्रंट लाइन डेमोंस्ट्रेशन, बायोटेक किसान हब समेत धान बीजोत्पादन कार्यक्रमों में लाभुकों का चयन और विस्तृत सूची बनाने को कहा.

Virtual review meeting of krishi vigyan kendras held in ranchi
वर्चुअल बैठक में कृषि विज्ञान केंद्रों को डिजिटल ट्रेनिंग देने के निर्देश

डिजिटल ट्रेनिंग के लिए इन चीजों पर रहे फोकस

इसके अलावा बिरसा बीज उत्पादन कार्यक्रम में बिरसा किसान को चिन्हित और चयनित करने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. एक्सपर्ट और नाहेप कंसल्टेंट डॉ. केएस रिसम ने केवीके प्रोग्राम में रिसोर्स पुअर परफार्मर्स के लिए अधिक आय बढ़ाने, आजीविका और पोषण सुरक्षा की गतिविधियों को प्राथमिकता देने की सलाह दी. एडिशनल डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ. एस कर्मकार ने कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए वर्चुअल माध्यम से ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने और किसान गोष्ठी के आयोजन, खरीफ खेती कार्य आधारित लघु डिजिटल कोर्स मैटेरियल और केवीके की ओर से चलाए गये ऑन फार्म ट्रायल, फ्रंटलाइन डेमोन्स्ट्रेशन और बायोटेक किसान हब कार्यक्रमों से जुड़े किसानों की सफल कहानी का चयन करने और प्रसारित करने के सुझाव दिए. इस मौके पर निदेशालय प्रसार शिक्षा और कृषि विज्ञान केंद्रों को आईसीएआर से प्राप्त निधि और व्यय पर चर्चा की गई. बीएयू नियंत्रक अशोक पाठक ने केंद्रों को जल्द अंकेक्षण प्रतिवेदन और उपयोगिता प्रमाण-पत्र भेजने समेत कोविड – 19 के मद्देनजर सहयोग की बात कही.

वर्चुअल बैठक में कौन रहे शामिल
कार्यक्रम का संचालन डॉ. पंकज सेठ एवं स्मिता स्वेता ने किया. बैठक में केवीके से वरीय वैज्ञानिक और प्रधान डॉ. अशोक कुमार, डॉ. श्रीकांत सिंह, डॉ. अरविन्द मिश्रा, केवीके प्रभारी डॉ. रंजय कुमार सिंह, डॉ. प्रमोद रॉय, डॉ. अमृत झा, डॉ ललित दास, डॉ. अजय कु द्रिवेदी, डॉ. शंकर कु सिंह, डॉ. उदय कुमार, डॉ. देवकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ. सुषमा सुरिन, डॉ. गोदरा मार्डी और डॉ. संजीव सिंह ने हिस्सा लिया.

रांची: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन जिलों में कार्यरत 16 कृषि विज्ञान केन्द्रों (केवीके) की वर्चुअल माध्यम से मंगलवार को समीक्षा बैठक हुई. इस मौके पर कुलपति डॉ. ओंकार नाथ सिंह ने कोरोना काल को देखते हुए सभी केवीके वैज्ञानिकों को डिजिटल मोड में विषयवार ट्रेनिंग मैटेरियल तैयार करने का निर्देश दिए. ट्रेनिंग में किसानों की आय बढ़ाने की तकनीकों को प्राथमिकता देने के लिए भी कहा गया.

इसे भी पढ़ें- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय ने समय पर मानसून आने की जताई संभावना, अच्छी फसल की उम्मीद

बताते चलें कि वीसी ने इस वर्चुअल बैठक में किसानों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक करने की बात भी कही है. निदेशालय प्रसार शिक्षा की ओर से आयोजित इस बैठक में केवीके की कृषि से सबंधित प्रसार गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की गई. डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ. जगरनाथ उरांव ने केवीके वैज्ञानिकों को आगामी खरीफ एक्सटेंशन प्रोग्राम के तहत इनपुट की अग्रिम व्यवस्था और ऑन फार्म ट्रायल, फ्रंट लाइन डेमोंस्ट्रेशन, बायोटेक किसान हब समेत धान बीजोत्पादन कार्यक्रमों में लाभुकों का चयन और विस्तृत सूची बनाने को कहा.

Virtual review meeting of krishi vigyan kendras held in ranchi
वर्चुअल बैठक में कृषि विज्ञान केंद्रों को डिजिटल ट्रेनिंग देने के निर्देश

डिजिटल ट्रेनिंग के लिए इन चीजों पर रहे फोकस

इसके अलावा बिरसा बीज उत्पादन कार्यक्रम में बिरसा किसान को चिन्हित और चयनित करने को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. एक्सपर्ट और नाहेप कंसल्टेंट डॉ. केएस रिसम ने केवीके प्रोग्राम में रिसोर्स पुअर परफार्मर्स के लिए अधिक आय बढ़ाने, आजीविका और पोषण सुरक्षा की गतिविधियों को प्राथमिकता देने की सलाह दी. एडिशनल डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन डॉ. एस कर्मकार ने कोविड-19 की परिस्थिति को देखते हुए वर्चुअल माध्यम से ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाने और किसान गोष्ठी के आयोजन, खरीफ खेती कार्य आधारित लघु डिजिटल कोर्स मैटेरियल और केवीके की ओर से चलाए गये ऑन फार्म ट्रायल, फ्रंटलाइन डेमोन्स्ट्रेशन और बायोटेक किसान हब कार्यक्रमों से जुड़े किसानों की सफल कहानी का चयन करने और प्रसारित करने के सुझाव दिए. इस मौके पर निदेशालय प्रसार शिक्षा और कृषि विज्ञान केंद्रों को आईसीएआर से प्राप्त निधि और व्यय पर चर्चा की गई. बीएयू नियंत्रक अशोक पाठक ने केंद्रों को जल्द अंकेक्षण प्रतिवेदन और उपयोगिता प्रमाण-पत्र भेजने समेत कोविड – 19 के मद्देनजर सहयोग की बात कही.

वर्चुअल बैठक में कौन रहे शामिल
कार्यक्रम का संचालन डॉ. पंकज सेठ एवं स्मिता स्वेता ने किया. बैठक में केवीके से वरीय वैज्ञानिक और प्रधान डॉ. अशोक कुमार, डॉ. श्रीकांत सिंह, डॉ. अरविन्द मिश्रा, केवीके प्रभारी डॉ. रंजय कुमार सिंह, डॉ. प्रमोद रॉय, डॉ. अमृत झा, डॉ ललित दास, डॉ. अजय कु द्रिवेदी, डॉ. शंकर कु सिंह, डॉ. उदय कुमार, डॉ. देवकांत, डॉ. राजीव कुमार, डॉ. सुषमा सुरिन, डॉ. गोदरा मार्डी और डॉ. संजीव सिंह ने हिस्सा लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.