रांचीः जिले के मांडर प्रखंड के महुवाजड़ी के सरना स्थल पर लगे पेड़ को गांव के एक व्यक्ति प्रभु तिग्गा ने काट दिया. इससे नाराज सरना धर्म के लोगों ने बैठक कर पेड़ काटने का विरोध किया. इसके साथ ही अंचलाधिकारी विजय हेमराज खलखो को एक आवेदन देकर पेड़ काटने वाले व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की मांग की. बैठक में कहा गया कि सरना धर्म से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
![villagers outraged by cutting of trees of sarna sthal in ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11067580_img.jpg)
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पेड़ काटने पर लोगों में आक्रोश व्याप्त
ग्रामीणों ने बताया कि लगभग बीस वर्ष पहले प्रभु तिग्गा के पिता ही गांव के पाहन थे, लेकिन बाद में उन्होंने सपरिवार धर्मांतरण कर ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था. उनके परिवार की ओर से सरना स्थल के पेड़ काटने पर लोगों आक्रोश व्याप्त है. लोगों का कहना है कि सरना स्थल और उस जगह पर लगे पेड़ पर सिर्फ सरना समाज का हक है, जिसके बाद उक्त स्थल पर सरना समाज के लोगों ने बोर्ड लगा दिया.
बैठक में मुख्य रूप से सरना बचाव समिति के अध्यक्ष नारायण उरांव, पूर्व प्रमुख बुधवा उरांव, भाजपा अनूसुचित मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य प्रदीप महली, प्रोफेसर गावा तिग्गा, विनोद उरांव, रामा तिग्गा, राजेश उरांव, गोविंद उरांव, वीरचंद उरांव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. वहीं भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा सह प्रदेश कार्य समिति सदस्य प्रदीप महली के नेतृत्व में गांव के एक प्रतिनिधिमंडल ने मांडलगढ़ क्षेत्र के वनपाल को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.