रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में कुछ कैदी जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की मदद से मोबाइल का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे थे. जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ने गुप्त सूचना के आधार पर कुख्यात अपराधी शाहनवाज कुरैशी के सेल से मोबाइल बरामद किया है.
क्या है पूरा मामला
रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. जेल के हाई सेक्यूरिटी सेल में मोबाइल इस्तेमाल का पर्दाफाश करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है. एफआईआर केवल कैदी ही नहीं, बल्कि मोबाइल उपलब्ध कराने वाले दो भूतपूर्व सैनिक कक्षपालों के खिलाफ भी की गई है. जेल अधीक्षक हामिद अख्तर के ओर से हाई सेक्योरिटी सेल के विंग ए, प्रकोष्ठ संख्या चार में बंद कैदी शहनवाज कुरैशी उर्फ शहनवाज, भूतपूर्व सैनिक कक्षपाल विद्या प्रसाद सिंह और राजेश सिंह यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें बताया गया है कि शुक्रवार दिन के करीब 11:50 बजे मुख्य उच्च कक्षपाल औचक हाई सेक्योरिटी सेल के पास भ्रमण कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने देखा कि नेसार बंगाली हत्याकांड में सजा काट रहे बंदी शाहनवाज मोबाइल पर बातचीत कर रहा है. वहां भूतपूर्व सैनिक कक्षपाल विद्या प्रसाद सिंह और राजेश सिंह यादव मौजूद भी थे.
संरक्षण देकर लंबे समय से उपलब्ध करवा रहे थे मोबाइल
एफआईआर में कहा गया है कि कक्षपालों की मिलीभगत से मोबाइल पर बातचीत करवाया जा रहा था. जेल में बंद अपराधियों को संरक्षण देकर लगातार बात करवाया जा रहा था. औचक निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक ने हत्या के सजावार कैदी के पास से मोबाइल जब्त कर किया है, जिसके बाद मोबाइल का सिम, बैटरी के साथ जब्ती सूची तैयार कर एफआईआर दर्ज कराई गई है. इधर, खेलगांव थाने की पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
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जेल में मोबाइल प्रवेश की होगी जांच
जेल प्रशासन अब इस प्रकरण में मोबाइल प्रवेश की जांच कराएगी. मोबाइल या अनावश्यक सामान प्रवेश करवाने के जिम्मेवारों की जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी. जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ने कहा है कि जेल में आपत्तिजनक सामानों का प्रवेश करवाया जाना कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. औचक निरीक्षण कर समय-समय पर सर्च किया जाएगा. मोबाइल या आपत्तिजनक सामान पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.