ETV Bharat / state

दिल्ली में सीएम हेमंत ने पत्रकारों से कहा- आज जो कुछ भी हुआ सब आपके सामने है, इसको यहीं तक रहने दीजिए, बाकी ब्रेक के बाद - राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू

अपने दिल्ली दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के समर्थन और दिल्ली आने के सवालों पर सिर्फ एक लाइन में कह दिया कि इसे यहीं तक रहने दीजिए बाकी जो कुछ होगा वह ब्रेक के बाद बताएंगे. हेमंत सोरेन ने ब्रेक लेने की जो बात कही है और ब्रेक के बाद जो करने की बात कही है इससे सियासी गलियारे में उस बात की चर्चा तेजी से शुरू हो गई है कि आखिर हेमंत सोरेन कौन सा ब्रेक ले रहे हैं और कौन सी बात ब्रेक के बाद करने जा रहे हैं.

Updates of Jharkhand Chief Minister Hemant Soren Delhi visit
Updates of Jharkhand Chief Minister Hemant Soren Delhi visit
author img

By

Published : Jun 27, 2022, 8:35 PM IST

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली दौरे पर हैं उनके कई कार्यक्रम निर्धारित रहे हैं. कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे से मुलाकात साथ ही गृह मंत्री अमित शाह से भी उन्होंने मुलाकात की. मलिकार्जुन खड़गे के साथ राजनीति में क्या कुछ चल रहा है उस पर चर्चा हुई होगी. साथ ही गृहमंत्री से भी मुलाकात कर हेमंत सोरेन की झारखंड की सियासत और सुरक्षा को लेकर के बाद भी हुई होगी. लेकिन इसमें से कुछ भी सामने नहीं निकल कर आ पाया. क्योंकि, इस पर हेमंत सोरेन कुछ बोले ही नहीं और हेमंत सोरेन जो बोले उसके बाद कई तरह के राजनीतिक कयास लगने शुरू हो गए हैं.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में अमित शाह से मिले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मल्लिकार्जुन खड़गे से भी की मुलाकात

झारखंड की राजधानी रांची में पूरे दिन चली बैठक के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नाम पर क्या फैसला लेगी अब इसे गुरुजी के खाते में डाल दिया गया है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली में है और इस बात पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं कि द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने के नाम पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का रूप क्या होगा. हालांकि जो कुछ झारखंड की सियासत से निकलकर दिल्ली की राजनीति में दिखा है उससे कुछ बातें स्पष्ट होनी शुरू हो गई हैं.

यशवंत सिन्हा के नामांकन में झारखंड मुक्ति मोर्चा का कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा था, लेकिन ममता बनर्जी के बुलाई गई बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग शामिल हुए थे. जब झारखंड मुक्ति मोर्चा की बैठक तृणमूल के साथ हुई थी तो उसमें बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का पता नहीं खोला था. अब सवाल यह है कि द्रौपदी मुर्मू का नाम सामने आने के बाद हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा का रूप क्या होगा यह कई सवालों में है. लोग इंतजार इस बात का कर रहे हैं कि हेमंत सोरेन रुके और तमाम उठ रहे सवालों पर ब्रेक लगा दें और हेमंत सोरेन ने कह दिया है कि जहां तक चीजें चल रही है उसको रहने दीजिए बाकी जो होगा वह ब्रेक के बाद.

कांग्रेस ने यशवंत सिन्हा को समर्थन देकर के यह साबित कर दिया है कि विपक्ष में बैठने का उसका इरादा पूरा मजबूत है. लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस के साथ उस विपक्ष का हिस्सा बनेगी कि नहीं यह भी तय नहीं हो पा रहा है और यह हेमंत सोरेन ब्रेक के बाद बताएंगे. सियासत में हर दिन राजनीति के नए पन्ने जोड़े घटाए जा रहे हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि झारखंड से दिल्ली पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन कल सुबह कौन सी नई बात पर रौशनी डालते हैं जो राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चल रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन देने के सवाल पर नई रौशनी डालता है.

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली दौरे पर हैं उनके कई कार्यक्रम निर्धारित रहे हैं. कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे से मुलाकात साथ ही गृह मंत्री अमित शाह से भी उन्होंने मुलाकात की. मलिकार्जुन खड़गे के साथ राजनीति में क्या कुछ चल रहा है उस पर चर्चा हुई होगी. साथ ही गृहमंत्री से भी मुलाकात कर हेमंत सोरेन की झारखंड की सियासत और सुरक्षा को लेकर के बाद भी हुई होगी. लेकिन इसमें से कुछ भी सामने नहीं निकल कर आ पाया. क्योंकि, इस पर हेमंत सोरेन कुछ बोले ही नहीं और हेमंत सोरेन जो बोले उसके बाद कई तरह के राजनीतिक कयास लगने शुरू हो गए हैं.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में अमित शाह से मिले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मल्लिकार्जुन खड़गे से भी की मुलाकात

झारखंड की राजधानी रांची में पूरे दिन चली बैठक के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नाम पर क्या फैसला लेगी अब इसे गुरुजी के खाते में डाल दिया गया है. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दिल्ली में है और इस बात पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं कि द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने के नाम पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का रूप क्या होगा. हालांकि जो कुछ झारखंड की सियासत से निकलकर दिल्ली की राजनीति में दिखा है उससे कुछ बातें स्पष्ट होनी शुरू हो गई हैं.

यशवंत सिन्हा के नामांकन में झारखंड मुक्ति मोर्चा का कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा था, लेकिन ममता बनर्जी के बुलाई गई बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग शामिल हुए थे. जब झारखंड मुक्ति मोर्चा की बैठक तृणमूल के साथ हुई थी तो उसमें बीजेपी ने अपने उम्मीदवार का पता नहीं खोला था. अब सवाल यह है कि द्रौपदी मुर्मू का नाम सामने आने के बाद हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा का रूप क्या होगा यह कई सवालों में है. लोग इंतजार इस बात का कर रहे हैं कि हेमंत सोरेन रुके और तमाम उठ रहे सवालों पर ब्रेक लगा दें और हेमंत सोरेन ने कह दिया है कि जहां तक चीजें चल रही है उसको रहने दीजिए बाकी जो होगा वह ब्रेक के बाद.

कांग्रेस ने यशवंत सिन्हा को समर्थन देकर के यह साबित कर दिया है कि विपक्ष में बैठने का उसका इरादा पूरा मजबूत है. लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा कांग्रेस के साथ उस विपक्ष का हिस्सा बनेगी कि नहीं यह भी तय नहीं हो पा रहा है और यह हेमंत सोरेन ब्रेक के बाद बताएंगे. सियासत में हर दिन राजनीति के नए पन्ने जोड़े घटाए जा रहे हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि झारखंड से दिल्ली पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन कल सुबह कौन सी नई बात पर रौशनी डालते हैं जो राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चल रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन देने के सवाल पर नई रौशनी डालता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.