रांची: केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा देश के बेहतर अनुसंधान के लिए वर्ष 2023 के लिए मेडल की घोषणा कर दी गई है. यह मेडल अनुसंधान के लिए हर साल दिया जाता है. इस बार झारखंड के सिर्फ दो अफसरों को बेहतर अनुसंधान के लिए केंद्रीय गृह मंत्री मेडल मिला है. झारखंड से आईपीएस अफसर शुभांशु जैन और इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा को गृहमंत्री मेडल से नवाज गया है.
झारखंड के दो अफसर: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के 140 अनुसंधानकों को वर्ष 2023 के लिए केंद्रीय गृह मंत्री मेडल की अनुशंसा की है. झारखंड कैडर के आईपीएस, वर्तमान में रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन और जमशेदपुर में पदस्थापित इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा को यूनियन होम मिनिस्टर मेडल फॉर एक्सीलेंस इन इन्वेस्टिगेशन से नवाजा गया है. 140 लोगों की सूची में आईपीएस शुभांशु और इंस्पेक्टर प्रमोद शामिल हैं.
ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी सुलझाई थी आईपीएस ने: झारखंड के जमशेदपुर में 21 जुलाई 2022 को पुलिस लाइन स्थित आवासीय कॉलोनी में तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी मृतकों में सविता महतो उसकी बेटी गीता और मां लखिया मुर्मू शामिल थे. इस हत्याकांड को जिस समय अंजाम दिया गया था उस समय आईपीएस शुभांशु जैन की पोस्टिंग जमशेदपुर में ही थी.
शुभांशु जैन ने अपनी टीम के साथ मिलकर तिहरे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस कांस्टेबल रामचंद्र सिंह को गिरफ्तार कर किया था. इस तिहरे हत्याकांड को पुलिस कांस्टेबल के द्वारा ही अंजाम दिया गया था. अवैध संबंध की वजह से तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. पुलिस पर हत्या की गुत्थी को सुलझाने का बहुत ज्यादा दबाव भी था. दबाव का सामना करते हुए शुभांशु जैन ने बेहतरीन अनुसंधान कर केस को सॉल्व करते हुए आरोपी कांस्टेबल को सलाखों के पीछे पहुंचाया था.
रेप और मर्डर की गुत्थी सुलझाई थी इंपेक्टर ने: वहीं, जमशेदपुर के बर्मामाइंस से जुड़े एक रेप और मर्डर केस को सुलझाने के लिए इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा को गृहमंत्री मेडल से नवाजा गया है.