रांची: कांग्रेस विधायक अनुप सिंह और कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव समेत कई वैसे व्यवसायी ग्रुप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, जिनके यहां 4 नवंबर को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की छापेमारी हुई थी (Income Tax raids in Jharkhand). 4 नवंबर को हुई छापेमारी के दौरान 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति का ब्यौरा मिला है (100 crore Unaccounted assets found in raids). इसके अलावा 2 करोड़ से ज्यादा अघोषित कैश जब्त किया गया है. साथ ही 16 बैंक लॉकर को भी कब्जे में लिया गया है.
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इनकम टैक्स की प्रिंसिपल कमिशनर सुरभि अहलुवालिया ने इस बाबत जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया है कि 4 नवंबर को कांग्रेस विधायक जयमंगल उर्फ अनुप सिंह और कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव के अलावा कुछ बिजनेस ग्रुप से जुड़े लोगों के 50 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ रेड डाला गया था. रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा, पटना, गुरूग्राम और कोलताता में रेड के दौरान कई दस्तावेज और डिजीटल साक्ष्य जब्त किए गये हैं. यह छापेमारी कोल ट्रेडिंग/ट्रांसपोर्टेशन, सिविल कांट्रेक्ट, लौह अयस्क खनन, स्पंज आयरन के उत्पादन में हिसाब-किताब की हेराफेरी से जुड़ी थी.
शुरूआती जांच में टैक्स चोरी के कई साक्ष्य हाथ लगे हैं. इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक अचल संपत्ति में निवेश के दस्तावेज मिले हैं. ठेकेदारी से जुड़े कार्य के अकाउंट में भी झोलझाल मिला है. ठेकेदारी लेने के लिए अवैध तरीके से पैसे देने से जुड़े कागजात भी मिले हैं. इसके अलावा भारी मात्रा लौह अयस्क का स्टॉक मिला है जिसका कोई हिसाब-किताब नहीं है. इस कारोबार में शेल कंपनियों का भी इस्तेमाल किया गया है.
इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक संबंधित ग्रुप के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि जरूरी कागजात देखे बगैर ऑडिट रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किया है. फिलहाल जब्त दस्तावेजों की जांच चल रही है. आपको बता दें कि झारखंड में पिछले कई माह से ईडी की कार्रवाई चल रही है. इसी बीच 4 नवंबर को इनकम टैक्स की छापेमारी से खलबली मच गई थी. रेड के दौरान विधायक अनुप सिंह और प्रदीप यादव ने बयान दिया था कि भाजपा की बात नहीं सुनने पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है.