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RIMS में अनुवांशिक विकार के प्रबंधन और उपचार की अनूठे पहल, 'उम्मीद' योजना की हुई शुरुआत

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Published : Oct 10, 2019, 11:49 PM IST

रांची के रिम्स ऑडिटोरियम में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और रिम्स के तत्वाधान में गुरुवार को महत्वाकांक्षी योजना 'उम्मीद' की शुरुआत की गई. भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के माध्यम से इस अनुवांशिक बीमारी के इलाज के लिए इस अनूठी पहल की शुरुआत की गई.

अर्जुन मुंडा

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के ऑडिटोरियम में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कंपोनेंट 'उम्मीद' को लॉन्च किया.

देखें पूरी खबर

यह भी पढ़ें- AJSU के साथ सीट शेयरिंग पर BJP का बयान, लक्ष्मण गिलुआ ने कहा- पिछला फार्मूला होगा रिपीट

अनुवांशिक रोगों का होगा इलाज

बच्चों को जन्म के साथ ही शुरू होने वाली जनजाति अनुवांशिक रोगों के इलाज के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को रांची के रिम्स के शिशु विभाग के साथ-साथ दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के शिशु विभाग में संयुक्त रूप से किया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने स्वास्थ्य विभाग को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस योजना की शुरुआत से लोगों को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि देश के 170 महत्वकांक्षी जिले में से 93 जिले ट्राइबल क्षेत्र हैं, जहां अनुवांशिक बिमारियों से जुड़ी अधिक समस्या होती है. इस 'उम्मीद' अभियान से ऐसे आदिवासी इलाकों में सुदूर क्षेत्र के लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा.

मृत्यु दर में आएगी कमी

अर्जुन मुंडा ने बताया कि राज्य में सिकल सेल एनीमिया और थैलेसीमिया के भी बहुत रोगी हैं इस 'उम्मीद' से यह परिकल्पना की जा रही है कि इन विकारों और संबंधित बीमारियों से मृत्यु दर में कमी आएगी. इस मौके पर रिम्स के निदेशक स्वास्थ सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, डॉ डीके सिंह, डॉ सुचित्रा, डॉ सीमा कपूर, डॉ अमर वर्मा, डॉ शोभा चक्रवर्ती सहित कई वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद रहे.

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के ऑडिटोरियम में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कंपोनेंट 'उम्मीद' को लॉन्च किया.

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अनुवांशिक रोगों का होगा इलाज

बच्चों को जन्म के साथ ही शुरू होने वाली जनजाति अनुवांशिक रोगों के इलाज के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को रांची के रिम्स के शिशु विभाग के साथ-साथ दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के शिशु विभाग में संयुक्त रूप से किया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने स्वास्थ्य विभाग को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस योजना की शुरुआत से लोगों को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि देश के 170 महत्वकांक्षी जिले में से 93 जिले ट्राइबल क्षेत्र हैं, जहां अनुवांशिक बिमारियों से जुड़ी अधिक समस्या होती है. इस 'उम्मीद' अभियान से ऐसे आदिवासी इलाकों में सुदूर क्षेत्र के लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा.

मृत्यु दर में आएगी कमी

अर्जुन मुंडा ने बताया कि राज्य में सिकल सेल एनीमिया और थैलेसीमिया के भी बहुत रोगी हैं इस 'उम्मीद' से यह परिकल्पना की जा रही है कि इन विकारों और संबंधित बीमारियों से मृत्यु दर में कमी आएगी. इस मौके पर रिम्स के निदेशक स्वास्थ सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, डॉ डीके सिंह, डॉ सुचित्रा, डॉ सीमा कपूर, डॉ अमर वर्मा, डॉ शोभा चक्रवर्ती सहित कई वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद रहे.

Intro:मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और रिम्स के तत्वाधान में गुरुवार को राजधानी के रिम्स ऑडिटोरियम में महत्वाकांक्षी योजना "उम्मीद" की शुरुआत की गई

भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी के माध्यम से इस अनुवांशिक बीमारी के इलाज के लिए इस अनूठी पहल की शुरुआत की गई।

Body:झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गुरुवार को झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के ऑडिटोरियम में एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कंपोनेंट "उम्मीद" का लॉन्चिंग किया।

बच्चों को जन्म के साथ ही शुरू हो जाने वाली जनजाति अनुवांशिक रोगों का इलाज के लिए आयोजित इस कार्यक्रम को रांची के रिम्स के शिशु विभाग के साथ-साथ दिल्ली स्थित मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के शिशु विभाग में संयुक्त रूप से किया गया।

इस मौके पर केंद्र मंत्री अर्जुन मुंडा ने स्वास्थ्य विभाग को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस योजना की शुरुआत से देश के 170 महत्वकांक्षी जिले में से 93 जिले ट्राइबल क्षेत्र हैं,जहां अनुवांशिक बिमारियों से जुड़ी अधिक समस्या होती है इस "उम्मीद" अभियान से ऐसे आदिवासी इलाकों में सुदूर क्षेत्र के लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

Conclusion:साथ ही अर्जुन मुंडा ने बताया कि राज्य में सिकल सेल एनीमिया और थैलेसीमिया के भी बहुत रोगी हैं इस "उम्मीद" कार्यक्रम से यह परिकल्पना की जा रही है कि इन विकारों और संबंधित बीमारियों से मृत्यु दर में कमी आएगी।

इस मौके पर रिम्स के निदेशक स्वास्थ सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, डॉ डीके सिंह, डॉ सुचित्रा, डॉ सीमा कपूर, डॉ अमर वर्मा, डॉ शोभा चक्रवर्ती सहित कई वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद रहे।

बाइट- अर्जुन मुंडा,केंद्रीय मंत्री,जनजातिय मामला।
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