रांची: कांग्रेस पार्टी में हमेशा से एक व्यक्ति एक पद की परंपरा रही है. झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी (Jharkhand Pradesh Congress Committee) में एक व्यक्ति एक पद की जगह एक व्यक्ति 2 पद की परंपरा चल रही है. जिससे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव भी अछूते नहीं रहे हैं. वो प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ मंत्री भी है. संगठन में कई ऐसे व्यक्ति हैं जो 2 पदों पर आसीन हैं.
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नहीं की जा रही कोई पहल
एक व्यक्ति दो पद की वजह से कई वरिष्ठ नेताओं को भी संगठन में उतनी तरजीह नहीं दी गई है, जितनी दी जानी चाहिए थी. साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमिटी (Pradesh Congress Committee) का गठन भी अब तक नहीं हो पाया है. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जिम्मेदारी मिल सके. एक व्यक्ति-दो पद की वजह से नाराज पार्टी के विधायक समेत पदाधिकारी, आलाकमान के पास भी जा कर अपनी बात रख चुके हैं. लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है.
क्या सोचते हैं प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर और केशव महतो कमलेश भी दो पद पर बने हुए हैं. कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कांग्रेस की एक व्यक्ति-एक पद की परंपरा को लेकर कहा कि आलाकमान पर निर्भर करता है कि वह क्या चाहते हैं. अगर एक व्यक्ति 2 पदों पर रहते हुए दोनों पदों पर न्याय कर पा रहे हैं तो, 2 पदों पर रहने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन अगर वो सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें एक पद छोड़ देना चाहिए.
क्या बोले प्रदेश प्रवक्ता
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे का मानना है कि चुनावी वर्ष और उसके बाद कोरोना काल की वजह से प्रदेश कांग्रेस कमिटी का विस्तार नहीं हुआ. लेकिन कई कमिटियां हैं जो लगातार काम कर रही है. इसलिए कई कमिटियां बनाकर नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है, जो लगातार काम कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमिटी के गठन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष गंभीर हैं.