रांची: कोविड-19 के कारण शिक्षा व्यवस्था पर व्यापक असर पड़ा है. फिलहाल क्या स्थिति है. स्कूल संचालन, शिक्षा की वर्तमान चुनौतियों और परेशानियों को लेकर शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो सूबे के तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों, जिला शिक्षा अधीक्षकों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के सभी वार्डन शिक्षिकाओं और विभागीय सचिव समेत तमाम पदाधिकारियों के साथ एक वेबिनार के माध्यम से जुड़ेंगे और विभिन्न बिंदुओं को लेकर चर्चा भी करेंगे.
शिक्षा व्यवस्था से जुड़े योजनाओं को लेकर चर्चा
बुधवार को दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अरविंद विजय बिलुंग ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रांची जिला के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा अधीक्षकों के साथ एक बैठक की है. बैठक के दौरान उन्होंने डीजी साथ ऑनलाइन पठन-पाठन को लेकर चिंता व्यक्त की है.
रांची जिला इस पठन-पाठन माध्यम में 24वें स्थान पर है, जबकि राजधानी में लगातार इन बिंदुओं को लेकर चर्चा हो रही है. पठन-पाठन ऑनलाइन तरीके से करने को लेकर योजनाएं बनाई जा रहीं हैं. इसके बावजूद इस तरीके का नतीजा आना कहीं न कहीं लापरवाही का मामला हो सकता है.
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ऑनलाइन पठन-पाठन में रांची की स्थिति चिंताजनक
जिले के कुल 230 विद्यालय में अभी तक व्हाट्सएप ग्रुप नहीं बनाया गया है. 3 दिनों के अंदर शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए शिक्षा उपनिदेशक ने पदाधिकारियों को हिदायत भी दी है. साप्ताहिक ऑनलाइन क्विज में भी रांची सबसे फिसड्डी जिला है. डीबीटी स्कीम, दीक्षा में पंजीकरण, इंस्पायर अवॉर्ड माणक स्कीम समेत कई योजनाओं को लेकर क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने पदाधिकारियों से चर्चा की है. यह मुद्दे भी सूबे के शिक्षा मंत्री के साथ वेबिनार में चर्चा के दौरान उठेंगे, जिसका पदाधिकारियों को जवाब देना होगा.