रांचीः भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 17 अप्रैल को मधुपुर विधानसभा उपचुनाव कराया जाएगा. सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी जो दिनभर चलेगी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने ईटीवी भारत संवाददाता भुवन किशोर झा के साथ खास बातचीत में कहा कि केन्द्रीय बलों के साथ साथ राज्य पुलिस के जवान हर मतदान केन्द्र पर तैनात रहेंगे.
मतदान के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो इसके लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. संवेदनशील इलाकों के मतदान केंन्द्रों पर विशेष नजर वोटिंग के दौरान रहेगी.
कोरोना को लेकर विशेष तैयारी
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केन्द्रों पर विशेष तैयारी की गई है. कोरोना से बचने के लिए मतदाताओं को चुनाव आयोग का वीडियो दिखाया जायेगा.
कोरोना पॉजिटिव के लिए मतदान का अंतिम एक घंटे का समय निर्धारित है जहां संक्रमण से बचाव के लिए मतदान कर्मी को सारी सुविधा मौजूद रहेगी. मास्क, ग्लब्स, पीपीई किट, सैनेटाइजर मतदान केन्द्रों पर रखने का निर्देश दिया गया है.
मधुपुर सीट मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के कारण 3 अक्टूबर से खाली है इस वजह से इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है जिसका नतीजा 2 मई को आयेगा.
नामांकन पत्रों की जांच होने के बाद यह साफ हो गया है कि मुख्य मुकाबला दिवंगत हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र हफीजुल हसन अंसारी और भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह के बीच होगा.
हालांकि चुनाव मैदान में फिलहाल सात उम्मीदवार हैं. नाम वापसी के बाद यह तय हो जाएगा कि मधुपुर चुनावी जंग में कितने प्रत्याशी ताल ठोकेंगे. आइए जानते हैं मधुपुर सीट के लिए चुनाव आयोग ने की क्या है तैयारी
- मतदान केंद्रों की कुल संख्या-487
- शहरी क्षेत्र में मतदान केंद्रों की संख्या-59
- ग्रामीण क्षेत्र में मतदान केंद्रों की संख्या-428 मतदान केन्द्र भवनों की संख्या-385
- शहरी क्षेत्र के मतदान केंद्र भवन-38
- ग्रामीण क्षेत्र के मतदान केन्द्र भवन-347
- मतदाताओं की अब तक कुल संख्या-318186
- पुरुष मतदाताओं की संख्या-168143
- महिला मतदाताओं की संख्या-150042
- 18-19 उम्रसीमा के वोटर -310980
- 80 से अधिक उम्र के वोटर-1329
- निशक्त मतदाताओं की संख्या-4126
- सर्विस वोटर की संख्या-316
- वीवीपैट की संख्या-1494
- ईवीएम की संख्या-14942009
- 2009 विधानसभा चुनाव में हुआ था 60.76% मतदान
- 2014 विधानसभा चुनाव में 70.00% मतदान 2019 विधानसभा चुनाव में 74.00%मतदान
- सभी मतदान केंद्रों पर निशक्तों के लिए रैंप की सुविधा
- सभी मतदान केन्द्रों पर पीने का पानी, प्रकाश की व्यवस्था और हेल्प डेस्क