रांची: झारखंड पुलिस ने ट्वीट के जरिए बताया है कि अब 100 डायल पर भी जरूरतमंद फोन कर सकते हैं. थानों में चलाए जा रहे सामुदायिक किचन तक जो पहुंचने में सक्षम नहीं होंगे वह 100 डायल पर कॉल कर सकते हैं. 100 डायल पर पता बताने के बाद खाने की व्यवस्था की जाएगी. रविवार को सीएम को एक महिला ने ट्वीट कर जानकारी दी कि सब्जी खरीदने बाहर निकले लोगों को भी पुलिस पीट रही है.
सीएम ने पूरे मामले में झारखंड पुलिस को आदेश दिया कि पुलिस यह सुनिश्चित करे कि लॉकडाउन के दौरान जनता को बेवजह परेशान नहीं किया जाए. इस पर झारखंड पुलिस के द्वारा सीएम को जानकारी दी गई कि राज्य के सभी जिलों के एसपी को सख्त निर्देश दिया गया है कि नागरिकों को बेवजह परेशान नहीं किया जाए. लॉकडाउन लागू होने के बाद भूख की सबसे बड़ी समस्या रोजमर्रा का काम कर परिवार चलाने वालों के समक्ष खड़ी हो गई थी.
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रविवार को झारखंड पुलिस की तरफ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आश्वस्त कराया गया कि पुलिस भरसक यह प्रयास करेगी कि राज्यभर में कोई भूखा न रहे. बता दें कि राज्य में फिलहाल पुलिस के द्वारा 382 सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं. शहर से लेकर दूर नक्सल प्रभाव वाले इलाकों में भी पुलिस का सामुदायिक किचन चल रहा है. धनबाद में सर्वाधिक 44, जमशेदपुर में 36, रांची में 35 सामुदायिक किचन चल रहे हैं.घोर नक्सल प्रभाव वाले जिलों गुमला में 18, खूंटी में 15, चाइबासा में 19, सरायकेला में 17, पलामू में 28, लातेहार में 14 थानों या पिकेट में सामुदायिक किचन चलाए जा रहे हैं.