रांची: दारोगा संध्या टोपनो हत्याकांड का आरोपी महमूद कुरैशी ने रांची सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. दरअसल, दारोगा संध्या टोपनो की बेरहमी से हत्या के बाद से महमूद कुरैशी फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई बार छापेमारी भी की थी लेकिन वो हाथ नहीं आया. 1 अप्रैल को पुलिस ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाया था. पुलिस के लगातार दबाव के बीच उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया.
बेहरमी से हुई थी दारोगा संध्या की हत्या: 20 जुलाई 2022 की रात तुपुदाना में हुई घटना को कभी नहीं भुलाया जा सकता. एक तो नियम विरूद्ध महिला दारोगा को नाइट पेट्रोलिंग ड्यूटी दे गई थी. वह अपने कर्तव्यों का पालन भी उतनी ही शिद्दत से कर रही थी. उसने तुपुदाना ओपी क्षेत्र में हुलहुंडु के पास 20 जुलाई 2022 की देर रात पशु लदे गाड़ी को रोकने की कोशिश करने पर तस्करों ने उसे गाड़ी से रौंद दिया था. इस घटना के बाद बदहवाश भाग रहे पशु तस्करों ने पिक वैन नंबर जेएच-01ईजे-7501 को रिंग रोड पर छोड़ दिया था और दूसरी गाड़ी से फरार हो गये थे.
संध्या 2018 बैच की दारोगा थी. वह मूलरूप से खूंटी के रनिया की रहने वाली थी. उस वक्त कन्हैया सिंह तुपुदाना ओपी प्रभारी थे. उन्होंने संध्या को फोन पर सूचना दी थी कि तोरपा थाना प्रभारी और बसिया की टीम एक पिकअप वैन का पीछा कर रही है. पशु तस्कर बैरिकेडिंग तोड़कर रांची की तरफ आ रहे थे. जब संध्या ने गाड़ी रोकने के लिए हाथ दिखाया तो उसे रौंद दिया गया. संध्या के साथ ड्यूटी पर तैनात पुलिस वाले जब उसे रिम्स लेकर पहुंचे तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. बाद में रिंग रोड पर पिकअप वैन से दर्जन भर गोवंश को बरामद किया गया था.
यह मामला जोर शोर से उठा था. विपक्ष ने इसको मुद्दा बनाया था. सरकार की जमकर किरकिरी हुई थी. विपक्ष का आरोप था कि बिना शह के प्रतिबंध के बावजूद गोवंशीय पशु की तस्करी हो रही है.