रांची: सरकार की ओर से छठ महापर्व को लेकर गाइडलाइन में संशोधन करने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस दौरान भाजपा पर जमकर हमला बोला गया. पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और रांची विधायक सीपी सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए.
कोरोना बना सकता है भयावह स्थिति
भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इसी बात को दिल्ली के हाई कोर्ट ने भी माना है. राज्य सरकार और भारत सरकार के जो फैसले थे कि छठ महापर्व में लोगों को सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना करने के लिए सुरक्षात्मक कदम उठाना चाहिए. नदियों या जलाशय में नहीं जाना चाहिए, इसे कोर्ट ने भी माना है. कुछ लोगों ने इसके खिलाफ चुनौती दी थी. दिल्ली हाई कोर्ट ने वैसे लोगों को फटकार लगाई है. भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास कहने को अब कुछ नहीं है. उनको अब धर्म याद आ रहा है, क्योंकि उनकी राम नाम सत्य की यात्रा निकल चुकी है. अब उनको धर्म का बोध हो रहा है. आईसीएमआर जैसे बड़े चिकित्सा संस्थान ने कहा है, जो छठ व्रती घाटों में जाकर अर्घ्य देंगे, अगर उनमें कोई भी कोरोना संक्रमित हो तो भयावह स्थिति होगी.
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किस बात का जश्न मना रही थी भाजपा
कोविड-19 जल से तेजी से फैलता है. यह सबको मालूम है, लेकिन अगर किसी संक्रमित स्वयं किसी के संपर्क में आता है तो निश्चित तौर पर फैलने की आशंका बढ़ जाती है, इसीलिए इस गाइडलाइन को रखा गया था. छठ के नाम पर भाजपा राजनीति कर रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के घर में आतिशबाजी हुआ. छठ पर्व में आतिशबाजी कहां से हो रहा है. यह तो पेंडेमिक एक्ट का उल्लंघन है. उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. यह कौन सा उत्सव भाजपा मना रही थी, इसका जबाब देना होगा. सरकार के खिलाफ रांची के विधायक सीपी सिंह बोल रहे थे. हेमंत सोरेन मुस्लिम तुष्टिकरण करते हैं, जबकि मुस्लिम समुदाय ने ईद का नमाज घर में पढ़ा. हिंदू समाज ने रामनवमी का जुलूस नहीं निकाला. दुर्गा पूजा में मंदिरों के पट बंद कर पूजा अर्चना हुआ. तब सीपी सिंह कहां पर थे. आपका हिंदुत्व उस वक्त कहां गया था.
सीपी सिंह को चुनौती
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि वह सीपी सिंह को चुनौती देते हैं कि वे छठ पूजा के दौरान 17 घाटों के पानी का कुल्ला करे तब मानेंगे. अगर संक्रमण फैलता है तो कौन जवाब देही देगा. अगर संक्रमण फैला तो भारतीय जनता पार्टी याद कर ले, उन पर सामूहिक हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी ने एक पवित्र त्योहार को गंदी राजनीति का शिकार बनाया है. गंदा खेल भारतीय जनता पार्टी बंद करें. धर्म करना है तो अधर्म का सहारा ना लें. लोगों ने भाजपा का राम नाम सत्य कर दिया है फिर भी भाजपा सुधर नहीं रही है.
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खतरे के लिए भाजपा जिम्मेदार
इस तरीके के खतरा के लिए जिम्मेदार भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं. आज बिहार में उनकी सरकार है. यूपी में उनकी सरकार है. गंगा जैसे पवित्र नदी मेंं भी छठ पर प्रतिबंध उन्होंने लगाया है. 27 अक्टूबर को मुंगेर में मां भगवती की दुर्गा विसर्जन के में गोली चली औप लाठियां बरसाई गई. उस वक्त राजनीति कहां थी. कहां गया सीपी सिंह और दीपक प्रकाश की राजनीति केवल और केवल वोट के लिए हिंदू याद आ जाता है.