रांचीः झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मार्च में आयोजित की जाएगी. हालांकि परीक्षाओं की तिथि की अब तक घोषणा नहीं हुई है. जल्द ही इसे लेकर तिथि की घोषणा कर दी जाएगी. फिलहाल जैक की वेबसाइट www.jac.jharkhand.gov.in के माध्यम से फॉर्म लिया जा रहा है, लेकिन परीक्षा फॉर्म में त्रुटि होने के कारण विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है.
परीक्षा आवेदन फॉर्म में त्रुटि
10वीं और 12वीं की परीक्षा फॉर्म में त्रुटि होने के कारण विद्यार्थियों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वेबसाइट पर कई महत्वपूर्ण जानकारी अपलोड नहीं होने के कारण परीक्षा फॉर्म भरने में भी विद्यार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले को लेकर गैर सरकारी विद्यालय संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद ताहिर हुसैन ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल के इस व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है. इनकी मानें तो पिछले दिनों झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा के आवेदन पत्र भरने से संबंधित 30 दिसंबर को सूचना जारी किया गया था. जिसमें कहा गया था कि परिषद की वेबसाइट पर परीक्षा आवेदन पत्र और अपलोड कर दिया गया है. जबकि यह जानकारी सही नहीं है. परिषद की ओर से किसी प्रकार का फीस स्ट्रक्चर, परीक्षा आवेदन पत्र अपलोड नहीं किया गया था.
मैट्रिक परीक्षा का आवेदन पत्र 2 जनवरी को अपलोड
इंटरमीडिएट परीक्षा का परीक्षा आवेदन प्रपत्र और फीस स्ट्रक्चर 1 जनवरी 2021 को और मैट्रिक परीक्षा का आवेदन पत्र 2 जनवरी को अपलोड किया है. इसी वजह से विद्यार्थियों को फॉर्म भरने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऑनलाइन परीक्षा आवेदन जमा करने का लिंक 3 जनवरी 2021 तक दिया ही नहीं गया है. इंटरमीडिएट परीक्षा आवेदन भरने का लिंक दिया गया है, लेकिन यह भी काफी त्रुटिपूर्ण है. वहीं पूर्ववर्ती विद्यार्थियों का विवरण परिषद के वेबसाइट में अभी भी दिख रहा है, जो गलत है. इस वजह से गलतफहमियां बन रही है और विद्यार्थियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
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शुरुआती दौर में हुई कुछ परेशानियां
परिषद से संघ ने मांग किया है की जल्द से जल्द इस त्रुटि को दूर किया जाए, नहीं तो विद्यार्थियों को और परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. हालांकि इस मामले को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से कहा गया है कि शुरुआती दौर में कुछ परेशानियां हुई थी, जिसे सुधार लिया गया है. संबंधित स्कूलों से विद्यार्थी संपर्क कर सकते हैं किसी भी परेशानी को दूर कर दिया जाएगा.
एक दिन में एक से अधिक शिक्षक के आकस्मिक अवकाश पर रोक
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है. इसे देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से तमाम स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि एक दिन में एक से अधिक शिक्षकों को आकस्मिक अवकाश नहीं दें. ताकि स्कूलों में पठन-पाठन सही तरीके से संचालित हो सके. एक साथ अधिक शिक्षकों को अवकाश देने से पठन-पाठन में परेशानी होती है. इसे देखते हुए विभाग की ओर से यह निर्णय लिया गया है. कोरोना के कारण पहले से ही कक्षाएं प्रभावित है. इसके अलावा स्कूल के प्राचार्य को निर्देश दिया गया है कि उनके अवकाश जाने पर वह अपना प्रभार वरीयता के आधार पर वरिष्ठ शिक्षक को देख कर जाएंगे और उन्हें अतिरिक्त प्रभार देंगे. शिक्षकों की ओर से पठन-पाठन को लेकर लापरवाही बरतने पर उन पर विभागीय कार्रवाई होगी.
सोमवार से खुलेंगे 10वीं और 12वीं के कई निजी स्कूल
वहीं राज्य सरकार के निर्देश के बाद 4 जनवरी से दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए बड़ी संख्या में निजी स्कूल खोले जाएंगे. इसकी तैयारियां तमाम निजी स्कूलों की ओर से कर ली गई है. सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा की तारीख की घोषणा होने के बाद झारखंड के निजी स्कूलों में प्री बोर्ड परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई है. हालांकि सरकार के निर्देश के बाद पहले ही कई निजी स्कूल खुल चुके हैं. जहां 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थी स्कूलों में पहुंचकर शिक्षकों से परामर्श ले रहे हैं, लेकिन 4 जनवरी को राज्य के अधिकतर निजी स्कूल खोले जाएंगे. हालांकि सरकारी स्कूलों के तर्ज पर इन स्कूलों में भी अभिभावकों से परमिशन लेकर ही आने की अनुमति विद्यार्थियों को दी गई है.