रांची: झारखंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत नियमित प्रतिरक्षण का राज्य स्तरीय टास्क फोर्स के बैठक का आयोजन किया गया (State Level Task Force Meeting Regarding vaccination of Children). बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य सचिव अरूण कुमार सिंह ने किया. इस बैठक में प्रतिभागी के रूप में महिला बाल विकास, परिवहन विभाग, पंचायती राज्य विभाग, वन विभाग, गृह विभाग और सहयोगी संस्थान के प्रतिनिधी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ), यूनिसेफ, यूएसआईडी, जेएसआई ने भाग लिया.
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स्वास्थ्य सचिव ने दिए आवश्यक निर्देश: अरूण कुमार सिंह ने कहा कि कार्य का योजना बनाकर ससमय कार्यो को करें. उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में राज्य में नियमित टीकाकरण के लिए 8.7 लाख शिशुओं और 9.9 लाख गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित करना है. 13 टीकों से बचाव योग्य बीमारियों को रोका जा सकता है, साथ ही साथ इसके प्रचार-प्रसार पर विशेष अभियान चलाकर शतप्रतिशत टीकाकरण करते हुए बच्चों को सुरक्षित करना है. प्रत्येक बच्चे और गर्भवती महिलाओं को निर्धारित समय के अनुसार टीका लगाना सुनिश्चित किया जाए. संस्था में जन्मे सभी नवजातों को हेपेटाइटिस-बी बर्थ डोज जन्म के तुरंत बाद लगाना सुनिश्चित किया जाए.
बच्चों और गभवर्ती महिलाओं के टीकाकरण पर जोर: प्रत्येक 10 साल और 16 साल के बच्चों के लिए टीडी की एक खुराक दी जाए ताकि टेटनस और डिपथेरिया बिमारी से बचया जा सके. वर्तमान में वैक्सीन 5 वैक्सीन से बचाव योग्य बीमारी जैसे- पोलियो, खसरा-रूबेला, डिप्थीरिया, पर्टुसिस और नवजात टेटनस के लिए राज्य निगरानी कर रही है. टीकाकरण से छूटे सभी बच्चों और गभवर्ती महिलाओं को घर- घर जाकर चिन्हित करते हुए ससमय टीकाकरण किया जाना है. सभी सहभागी विभागों की भूमिका महत्वपूर्ण है. प्रत्येक स्तर पर नियमित रूप से पालन करते हुए सभी योग्य लाभार्थियों को टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए.