रांची: टेक्नोलॉजी के इस युग में बिजली विभाग भी नई-नई तकनीक का इस्तेमाल करने लगा है. इसके तहत स्मार्ट मीटर के जरिए अब लोगों को बिजली मिलेगी. झारखंड में इसकी शुरुआत राजधानी रांची से की जा रही है. जिसके तहत इन दिनों हर घर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. विभाग के द्वारा एक अप्रैल से प्रीपेड स्मार्ट मीटर के जरिए बिजली उपलब्ध कराने की तैयारी है. इसके तहत राजधानी रांची में वर्ल्ड बैंक के 2.50 करोड़ की लागत से 3.50 लाख घरेलू और कॉमर्शियल बिजली मीटर बदले जाएंगे. इसी तरह से धनबाद और जमशेदपुर के तीन लाख घरों के मीटर राज्य सरकार के फंड से बदले जाएंगे.
3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य:आने वाले समय में आपको मोबाइल की तरह बिजली मीटर भी रिचार्ज करना होगा. झारखंड बिजली वितरण निगम इन दिनों राजधानी रांची में घर-घर स्मार्ट मीटर लगा रही है. यह कार्य मार्च तक पूरा हो जाएगा. इसके तहत 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है. रांची क्षेत्र के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव के अनुसार प्रत्येक दिन 1000 स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा पायलट प्रोजेक्ट के तहत 1227 स्मार्ट मीटर को लाइव टेस्टिंग मोड में रखा गया है.
योजना पर रांची में करीब 2.50 करोड़ होंगे खर्चः वर्ल्ड बैंक प्रायोजित इस योजना पर रांची में करीब 2.50 करोड़ खर्च होंगे.नाम के अनुरूप स्मार्ट मीटर काम भी स्मार्टली करेगा. इसके लिए पुराने मीटर को बदलने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. स्मार्ट मीटर लगाने का काम जेनस कंपनी को दिया गया है. इसके लिए सर्वे किया जा रहा है. प्रीपेड स्मार्ट मीटर से ना केवल कन्ज्यूमर को लाभ होगा, बल्कि विभाग को भी इसका लाभ मिलेगा.
एक अप्रैल से स्मार्ट मीटर की सुविधाः वर्ल्ड बैंक और राज्य सरकार के सहयोग से सबसे पहले राजधानी रांची के घरों में स्मार्ट मीटर काम करना शुरू कर देगा. विभाग के अनुसार यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो एक मई से स्मार्ट मीटर के जरिए लोगों को बिजली की सुविधा मिलेगी. इसके लिए किसी भी तरह की जानकारी की आवश्यकता उपभोक्ता को हो तो विभाग के द्वारा मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है.
इन नंबरों पर संपर्क कर जानकारी या शिकायत दर्ज कराएंः जिसके जरिए उपभोक्ता शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं. विभाग के द्वारा कंजूमर से यह अपील की गई है कि मोबाइल नंबर 9431135515, 94311 35503, 9431708974, 9431113535 और 9431709171 पर संपर्क कर शिकायत या कोई जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इस प्रोजेक्ट को पुरा करने में वर्ल्ड बैंक और राज्य सरकार का संयुक्त प्रयास से हो रहा है.
इस तरह से होगा स्मार्ट मीटर रिचार्ज:जेयूवीएनएल आईटी सेल के महाप्रबंधक संजय कुमार के अनुसार प्रीपेड स्मार्ट मीटर मैं बैलेंस कम होने या खत्म होने पर उपभोक्ता जेवीवीएनएल की एटीपी मशीन या मर्चेंट ऐप के माध्यम से रिचार्ज करा सकते हैं. यानी उपभोक्ता गूगल पर फोन पर पेटीएम आदि से स्मार्ट मीटर रिचार्ज कर सकते हैं.
समय से रिचार्ज कराकर बचें पेनाल्टी से: प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर कन्ज्यूमर को सावधान रहना होगा. थोड़ी सी लापरवाही आपको मुसीबत में डाल सकती है. जानकारी के मुताबिक निर्धारित पावर लोड से अधिक होते ही घर की बत्ती गुल हो जाएगी. बिजली विभाग में लगे डाटा सेंटर को लोड की जानकारी मिल जाएगी और आपको इसके लिए पेनाल्टी हो सकता है. पैसा खत्म होते ही आपके घर की बत्ती गुल हो जाएगी. मोबाइल की तरह सेवा समाप्त होने से पहले रिचार्ज के लिए आपको अलर्ट रहना होगा.