रांची: कोरना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग सुनिश्चित हो सके. इस बीच रांची में अलग-अलग जगहों पर दवाई दोस्त काउंटर से मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री हो रही है.
10 रुपए में एक सर्जिकल मास्क
राजधानी के डोरंडा स्थित एक काउंटर पर मास्क और सैनिटाइजर के लिए अच्छी खासी भीड़ जमा रही है. खास बात यह है कि लोग कोरोना को लेकर जागरूक हुए हैं और एक दूसरे से दूरी बनाकर अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. दवाई दोस्त काउंटर से 25 रु में 100 ml सैनिटाइजर और 10 रु में 1 सर्जिकल मास्क बेचा जा रहा है, लेकिन जिन लोगों को घरों में रहना है उनके लिए मास्क और सैनिटाइजर की कोई जरूरत नहीं है. उन्हें सिर्फ समय-समय पर साबुन या हैंडवाश से हाथ धोते रहना है. बावजूद इसके लोग मास्क और सैनिटाइजर खरीद रहे हैं.
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मास्क और सैनिटाइजर की ब्लैक मार्केटिंग
इस बाबत पूछने पर लोगों का कहना है कि उन्हें जरूरी सामान खरीदने के लिए घर से बाहर निकलना पड़ता है. लिहाजा ऐसे वक्त में मास्क और सेनीटाइजर की जरूरत पड़ती है. खास बात है कि डोरंडा में जहां दवाई दोस्त काउंटर से मास्क और सेनीटाइजर की बिक्री हो रही है उस इलाके में झारखंड आर्म्ड पुलिस की बटालियन है. जैप के जवान भी अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के मद्देनजर मास्क और सैनिटाइजर खरीद रहे हैं. मास्क और सैनिटाइजर की ब्लैक मार्केटिंग होने के कारण जिला प्रशासन की तरफ से ये व्यवस्था की गई है.
कालाबाजारी को रोकने का प्रयास
पिछले दिनों रांची उपायुक्त कार्यालय के परिसर में इसकी बिक्री हो रही थी, लेकिन लोगों की बेतहाशा भीड़ जमा होने के कारण अब शहर के अलग-अलग इलाकों में दवाई दोस्त काउंटर के जरिए इसकी बिक्री हो रही है. आपको बता दें कि बीआईटी मेसरा के छात्र मास्क और सैनिटाइजर बनाने में जिला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं. कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से उठाए गए इस कदम की काफी सराहना हो रही है.