रांचीः राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही गठबंधन सरकार को गिराने की साजिश मामले पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार को सरकार और पुलिस महकमे पर निशाना साधा है. बाबूलाल मरांडी ने पुलिस और सरकार के पदाधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का टूल ना बनें. उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल की स्थाई सरकार नहीं होती है, बल्कि सरकार बदलती रहती है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अगर सरकार बदलती है और कोई गलत होता तो पूर्व के मामले में भी पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी.
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बाबूलाल ने राज्य सरकार से मांग की है कि इस मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर कराई जाए, ताकि जो भी व्यक्ति इसमें दोषी हो उसे सजा मिल सके. उन्होंने कहा कि पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन इस प्रकार की हरकत करना बंद करें. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अगर राज्य सरकार एसआईटी गठित करके जांच नहीं कराती, तो बीजेपी चुप नहीं रहेगी. राज्य की जनता की हिफाजत करना सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारा भी दायित्व बनता है.
सरकार वसूली को लेकर तलाश रही नया रास्ता
बीजेपी नेता ने पुलिसिया कार्रवाई पर चुटकी लेते हुए कहा कि पिछले एक सप्ताह से झारखंड सरकार के स्पेशल ब्रांच को कहीं से सूचना मिली और इसके आधार पर छापेमारी की. उन्होंने कहा कि इस छापेमारी से पहले भी राज्य के 22 जगहों पर छापेमारी की गई थी और 22 रुपये भी नहीं मिलें. उस समय भी उन्होंने ट्वीट किया था कि हेमंत सोरेन की सरकार कोयला, बालू, पत्थर और दारू से पैसे वसूल रही थी. अब सरकार नए क्षेत्र को ढूंढ रही है, जहां से पैसा वसूला जा सके.
झारखंड को महाराष्ट्र मॉडल बनाने की कोशिश
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री का संबंध महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे के साथ है. उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री का ट्विटर फॉलो करते हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र मॉडल को झारखंड में भी उतारने की कोशिश चल रही है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने सरकार पर ऊपर आरोप लगाए थे. झारखंड भी उसी दिशा में जा रही है.
मामले में अधिकृत बयान क्यों नहीं आया
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पुलिस के अनुसार होटल से 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन पुलिस गिरफ्त में आए लोगों के परिजन कहते हैं कि 23 जुलाई की रात को बोकारो स्थित उनके घर से पुलिस गिरफ्तार की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अधिकृत बयान नहीं दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस का बयान आना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति फल की दुकान चलाते हैं, जो मुश्किल से महीने में 10 हजार रुपये कमाते हैं. उन्होंने कहा कि 10 हजार रुपये कमाने वाले व्यक्ति के पिता की मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिए दूसरों से सहयोग लिया. वहीं, दूसरा व्यक्ति ठेका मजदूरी कर 300 रुपए प्रति दिन कमाते हैं और रांची से गिरफ्तार तीसरा व्यक्ति बेरोजगार है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इतने बड़े देशद्रोह के मामले में पुलिस के मुखिया डीजीपी या फिर स्पेशल ब्रांच के एडीजी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं किया गया. पॉलिटिकल पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया.
बदलती रहती है लोकतंत्र में सरकार
मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार बदलती रहती है. पिछले 21 वर्षों में राज्य में कई बार सरकार बदल चुकी है. आज जिसकी सरकार है, कल किसी और की सरकार होगी. उन्होंने कहा कि अधिकारी कानून की हिफाजत के लिए है, उन्हें कानून की हिफाजत करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस रास्ते पर पुलिस चल रही है, उससे राज्य अराजकता की ओर जाएगी. उन्होंने कहा कि जेएमएम के नेताओं के साथ कोई भी झगड़े होंगे, तो पुलिस किसी को भी तरह-तरह की धारा और दफा लगाकर जेल में डाल देगी. यह क्राइम क्षमा करने योग्य नहीं है.