रांचीः इससे पहले जब कभी भी देश के किसी भी राज्य में चुनाव के नतीजे आते थे तो भाजपा के कार्यालय में उत्साह और हलचल हुआ करती थी. लेकिन कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझान और अब तक आए नतीजों को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय में सन्नाटा छाया हुआ है. हालांकि विभिन्न एजेंसियों द्वारा कराए गए ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल में अनुसार कर्नाटक में कांग्रेस की जीत होती दिख रही है. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक की सत्ता से दूर होती दिख रही है.
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इन रुझानों के बाबत जब ईटीवी भारत की टीम वहां पहुंची तो देखा कि झारखंड भाजपा कार्यालय में सन्नाटा छाया हुआ है. प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा पार्टी कार्यालय में मिले. उनसे ईटीवी भारत संवाददाता उपेंद्र कुमार ने बात की. कर्नाटक में अभी तक के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी की होती हार को स्वीकारते हुए उन्होंने कहा कि जब पार्टी जीतती है तो खुशी होती है और जब पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं होता है तो मायूसी होना स्वभाविक है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जनता के फैसले का सम्मान ही लोकतंत्र में सर्वोपरि है. उन्होंने कहा कि फाइनल परिणाम आने तक का इंतजार करना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि कर्नाटक के चुनावी नतीजे को कांग्रेस इस ढंग से न देखें कि इसके बाद आने वाले दिनों में जिन राज्यों में चुनाव होंगे वहां कांग्रेस की जीत होगी. उन्होंने कहा कि छह महीने पहले हिमाचल छोड़कर बाकी के प्रदेशों के चुनावी नतीजे किसके पक्ष में थे यह भी उन्हें याद रखना चाहिए.
कर्नाटक की हार को मोदी की हार बताने से पहले कांग्रेस इस सवाल का जवाब देः झारखंड कांग्रेस के नेताओं द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार की जगह पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की हार बताया जा रहा है. इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अगर ऐसा है तो अब तक 50 से अधिक चुनावों में हुई कांग्रेस की हार के लिए झारखंड के कांग्रेसी नेता कहें कि यह सोनिया गांधी और राहुल गांधी की हार थी.
बता दें कि झारखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने 12 मई को कर्नाटक में कांग्रेस की जीत और भारतीय जनता पार्टी की हार का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत वास्तव में कर्नाटक की जनता, लोकतंत्र और संविधान की जीत होगी और वहां पीएम नरेंद्र मोदी की हार होगी.