रांची: लोगों में भगवान शिव के प्रति आस्था बढ़ाने वाले हरिंद्रानंद जी की धर्मपत्नी नीलिमा आनंद जी के 71वें जन्मोत्सव के अवसर पर शिव शिष्यता संस्था की ओर से पूरे देश में 71 हजार से अधिक पौधारोपण किया गया. इसी को लेकर राजधानी रांची में भी संस्था के वर्तमान संचालक अर्चित आनंद और बरखा आनंद ने 500 से अधिक लोगों के साथ मिलकर वृक्षारोपण किया.
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संस्था के संचालक ने क्या कहा: संस्था के संचालक अर्चित आनंद ने कहा कि सावन के पावन महीने में भगवान शिव की भक्ति सभी शिवभक्त करते हैं. लेकिन भगवान शिव के द्वारा बनाए गए इस दुनिया की रक्षा की चिंता हम नहीं करते. इसीलिए सच्चे शिव भक्त वो हैं जो अपनी पूजा से दूसरे को लाभान्वित करते हैं. दूसरे के लिए दुआ मांगते हैं, वैसे भक्तों को भगवान शिव अवश्य अपना आशीर्वाद देते हैं.
असली पूजा है बेहतर वातावरण: असली भक्ति तभी है जब हम अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखें और अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं. ज्यादातर लोग पत्थरों की मूर्ति और दीवार पर लगे फोटो पर अगरबत्ती लगाने को ही पूजा समझते हैं. जबकि असली पूजा समाज और देश में रहने वाले लोगों के लिए बेहतर वातावरण बनाना है.
बेहतर वातावरण बनाने के लिए लोगों को अपने आसपास ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करना होगा तभी हम अपने भगवान और ईश्वर की सच्ची भक्ति कर पाएंगे. पौधारोपण करने पहुंचे शिव भक्तों ने कहा कि 'चलो शिव की ओर, बनो शिव की तरह' का नारा लगाने वाले शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन हमेशा ही लोगों के बेहतर जीवन को लेकर काम करता रहा है.
इस सावन में भी हरिंद्रानंद फाउंडेशन के पदाधिकारियों की तरफ से पूरे देश में रह रहे शिव भक्तों को यह निर्देश दिया गया कि अपने आसपास के क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण कर वातावरण को स्वच्छ बनाएं ताकि सावन में गिरने वाले बारिश के पानी से उन पेड़ों की सिंचाई हो सके. पूरे देश में शिव शिष्यों के द्वारा लगाए गए पेड़ों के संरक्षण को लेकर भी शिव शिष्य हरिंद्रानंद फाउंडेशन के संरक्षक अर्चित आनंद ने कहा कि जो पेड़ लगाए गए हैं. उनके संरक्षण को लेकर भी संस्था प्रतिबद्ध है.