रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया है. इस योजना के अंतर्गत 80 करोड़ लोगों को 5 किलो गेंहू या चावल मुफ्त मिलेगा. इसी कड़ी में बीजेपी के पूर्व नेता सरयू राय ने प्रधानमंत्री से घोषित गरीब कल्याण योजना को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
क्या है सरयू राय का कहना
सरयू राय ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा के अनुसार 80 करोड़ लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा, लेकिन आंकड़ों को देखें तो देश की आबादी का 80% हिस्सा ऐसा है, जिसके पास पहले से राशन कार्ड की सुविधा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस आंकड़े को और साफ करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 80 करोड़ कौन लोग होंगे, जिन्हें मुफ्त में राशन मिलेगा या राशन की एवज में उनसे 1 रुपये किलो की दर ली जाएगी.
दुकानदार कैसे रखेंगे राशन का हिसाब
सरयू राय ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा में एक नई बात है कि लाभुकों को दाल और चना भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि पीएम की घोषणा से यह साफ नहीं है कि उन्हें राशन मिलेगा या नहीं, जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया है. वहीं दूसरी तरफ राशन दुकानदारों के पास जाने वाले राशन का हिसाब कैसे रखा जाएगा, इसको लेकर भी कुछ साफ-साप नहीं कहा गया है.
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भ्रष्टाचार पर लगाई लगाम
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि खाद्य आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण मामले के विभाग में उन्हें भी विरासत से भ्रष्टाचार मिली थी. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने काफी कड़े कदम उठाए. सरयू राय ने कहा कि यह पहली बार हुआ था. जब कम राशन देने वाले राशन दुकानदारों से अनाज की कटौती की गई थी. उन्होंने दावा किया कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंन कई कड़े कदम उठाए गए थे, जो सराहनीय थे.