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पलामू टाइगर रिजर्व में बाघिन की मौत की जांच में सरकारी आदेशों की अनदेखी, सरयू राय ने CM से की कार्रवाई की मांग

झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र के बेतला नेशनल पार्क में हुई बाघिन की मौत मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व में हुई बाघिन की मौत के असली कारणों को दबाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही वन विभाग के अधिकारी नियमों और आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं.

Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
बाघिन का शव
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Published : Feb 24, 2020, 6:26 PM IST

रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में हुई बाघिन की मौत मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व में हुई बाघिन की मौत के असली कारणों को दबाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने नियमों और आदेशों की धज्जियां उड़ाई है. सरयू राय ने विभाग पर आरोप लगाया है कि मौत की असली वजह और तथ्यों पर पर्दा डालने की भी कोशिश की गई है.

Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
पुराने सरकारी आदेश का दिया हवाला

विधायक सरयू राय ने एक पुराने सरकारी आदेश का रेफरेंस देते हुए कहा कि फरवरी, 2012 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देश पर झारखंड सरकार के वन विभाग ने एक अधिसूचना निकाली थी. उसमें इस बात का भी उल्लेख किया गया था कि पीटीआर में बाघ या बाघिन की मौत होने की स्थिति में उसकी जांच विशेषज्ञों की 3 सदस्यीय टीम करेगी, लेकिन बेतला नेशनल पार्क में हुई बाघिन की मौत के बाद इस तरह के किसी भी रूल का पालन नहीं किया गया है.

Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
अधिसूचना के अनुसार मौत के बाद शव तब तक डीप फ्रीजर में रखा रहेगा, जबतक विशेषज्ञों की स्वतंत्र टीम जांच कर मौत के कारणों का पता नहीं लगा लेती. साथ ही मौत के कारणों का विश्लेषण कर प्राधिकार को रिपोर्ट देगी, लेकिन हाल ही में पीटीआर में बाघिन की मौत मामले में इन सभी नियमों को दरकिनार कर दिया गया.
Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
जांच टीम के सदस्यों को बिना बताए जलाया गया शव

पीटीआर के अधिकारियों ने बेतला नेशनल पार्क में बाघिन की मौत के बाद जांच टीम के सदस्य डीएस श्रीवास्तव को बताए बिना ही बाघिन के शव को जला दिया था. इसको लेकर सरयू राय ने कहा कि ऐसा करना वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के नियमों और निर्देशों का उल्लंघन है. इस मामले में वन विभाग के उच्च अधिकारियों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए.

और पढ़ें- ट्रंप ने चरखा चलाकर दी बापू को श्रद्धांजलि, बोले- मेरे महान मित्र मोदी को धन्यवाद

विभाग में पिछले 5 साल से बरती जा रही अनियमितता

विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया है कि वन विभाग में पिछले 5 साल से घोर अनियमितता में चल रही है. उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर इस तरह की मनमानी हो रही है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने एक अपेक्षाकृत जूनियर ऑफिसर को राज्य का तदर्थ पीसीसीएफ बनाने का आदेश भी कर दिया था. वह भी तब जब राज्य में चुनाव आदर्श आचार संहिता लगी थी. साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शीर्ष पद पर जो बहालियां की गई, वह भी एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर किए गए हैं.

रांची: झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में हुई बाघिन की मौत मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि पलामू टाइगर रिजर्व में हुई बाघिन की मौत के असली कारणों को दबाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने नियमों और आदेशों की धज्जियां उड़ाई है. सरयू राय ने विभाग पर आरोप लगाया है कि मौत की असली वजह और तथ्यों पर पर्दा डालने की भी कोशिश की गई है.

Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
पुराने सरकारी आदेश का दिया हवाला

विधायक सरयू राय ने एक पुराने सरकारी आदेश का रेफरेंस देते हुए कहा कि फरवरी, 2012 में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के निर्देश पर झारखंड सरकार के वन विभाग ने एक अधिसूचना निकाली थी. उसमें इस बात का भी उल्लेख किया गया था कि पीटीआर में बाघ या बाघिन की मौत होने की स्थिति में उसकी जांच विशेषज्ञों की 3 सदस्यीय टीम करेगी, लेकिन बेतला नेशनल पार्क में हुई बाघिन की मौत के बाद इस तरह के किसी भी रूल का पालन नहीं किया गया है.

Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
अधिसूचना के अनुसार मौत के बाद शव तब तक डीप फ्रीजर में रखा रहेगा, जबतक विशेषज्ञों की स्वतंत्र टीम जांच कर मौत के कारणों का पता नहीं लगा लेती. साथ ही मौत के कारणों का विश्लेषण कर प्राधिकार को रिपोर्ट देगी, लेकिन हाल ही में पीटीआर में बाघिन की मौत मामले में इन सभी नियमों को दरकिनार कर दिया गया.
Saryu Rai asks CM to investigate tigress death in PTR
आदेश की कॉपी
जांच टीम के सदस्यों को बिना बताए जलाया गया शव

पीटीआर के अधिकारियों ने बेतला नेशनल पार्क में बाघिन की मौत के बाद जांच टीम के सदस्य डीएस श्रीवास्तव को बताए बिना ही बाघिन के शव को जला दिया था. इसको लेकर सरयू राय ने कहा कि ऐसा करना वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के नियमों और निर्देशों का उल्लंघन है. इस मामले में वन विभाग के उच्च अधिकारियों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए.

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विभाग में पिछले 5 साल से बरती जा रही अनियमितता

विधायक सरयू राय ने आरोप लगाया है कि वन विभाग में पिछले 5 साल से घोर अनियमितता में चल रही है. उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर इस तरह की मनमानी हो रही है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने एक अपेक्षाकृत जूनियर ऑफिसर को राज्य का तदर्थ पीसीसीएफ बनाने का आदेश भी कर दिया था. वह भी तब जब राज्य में चुनाव आदर्श आचार संहिता लगी थी. साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में शीर्ष पद पर जो बहालियां की गई, वह भी एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर किए गए हैं.

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