रांचीः रांची विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में सोमवार को विद्यार्थियों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान विद्यार्थियों ने प्रशासनिक भवन में ताला लगा दिया और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इससे कुलपति सहित कई पदाधिकारी अपने-अपने कार्यालय में बंद थे. विद्यार्थियों का आरोप है कि सेमेस्टर फॉर्म भरने के लिए बेवजह विलंब शुल्क लिया जा रहा है, जबकि पहले भी थर्ड सेमेस्टर की फीस ली जा चुकी है. हालांकि, कुलपति ने विद्यार्थियों के हंगामा को निराधार बताया है.
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हंगामा कर रहे विद्यार्थियों ने प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट में ताला लगा दिया और घंटों प्रदर्शन और विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान रांची विश्वविद्यालय के कुलपति कामिनी कुमार के साथ साथ कई पदाधिकारी प्रशासनिक भवन में ही बंद रहे. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि सेमेस्टर फीस में अनियमितता है. साथ ही लेट फाइन के नाम पर विद्यार्थियों से 3 हजार रुपये की वसूली की जा रही है. कॉलेज प्रबंधन और विश्वविद्यालय प्रबंधन के बीच कम्युनिकेशन गैप होने की वजह से यह स्थिति बनी है.
छात्रों ने कहा कि डेढ़ सौ विद्यार्थी परीक्षा दे चुके हैं. लेकिन परीक्षा फॉर्म भरने के नाम पर उनसे विलंब शुल्क 3000 रुपये मांगे जा रहे हैं. इसको लेकर कॉलेज प्रबंधन से बातचीत करने की कोशिश की. लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने विश्वविद्यालय प्रशासन के हवाले कर दिया. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रबंधन भी कोई ठोस निर्णय नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन होगा. उन्होंने कहा कि सैकड़ों की संख्या में सेमेस्टर फॉर्म भरने के लिए कई विद्यार्थियों फीस जमा नहीं किया है. लेकिन अब उन्हें फीस जमा करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा है. यह बिल्कुल ठीक नहीं है.
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति कामिनी कुमार ने बताया कि किसी भी विद्यार्थी के साथ अन्याय नहीं किया जा रहा है. अधिकतर विद्यार्थियों ने फीस जमा कर दिया है. उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी फीस नहीं जमा किया था, उन्हें विलंब शुल्क के साथ फीस जमा करना है. लेकिन कुछ विद्यार्थी फीस जमा नहीं करना चाहते हैं. ये विद्यार्थियों कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसर में हंगामा कर रहे हैं.