रांची: यूजीसी के जरिए देश के तमाम विश्वविद्यालयों को आपात स्थिति से निपटने के लिए कोरोना महामारी के मद्देनजर एक-एक क्वॉरेंटाइन सेंटर तैयार करने का निर्देश जारी किया है. इसे लेकर रांची विश्वविद्यालय भी यूजीसी के इस निर्देश का पालन करते हुए मोरहाबादी कैंपस में जगह तलाशने की बात कही है.
गौरतलब है कि यूजीसी के जरिए इस विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग और राज्य सरकारों की सहायता करने को लेकर तमाम विश्वविद्यालयों को एक निर्देश दिया गया है. इस निर्देश के तहत विश्वविद्यालयों से कहा गया है कि वह कम से कम एक-एक क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये. जैसे किसी उपयोग में न आने वाले भवन को चिन्हित कर उसे सेंटर के रूप में विकसित करे. इसी के तहत रांची विश्वविद्यालय ने भी पहल करने की बात कही है. रांची विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने मोरहाबादी कैंपस में भवन तलाशने की जानकारी दी है.
इस मामले को लेकर रांची विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य अटल पांडे ने कहा है कि प्रबंधन के जरिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी. फिलहाल भवन तलाशने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह निर्णय मानव हित में है, समाज हित में है और स्वागत योग्य भी है. बता दें कि अभी तमाम शैक्षणिक संस्थान बंद हैं. विद्यार्थियों की गतिविधियां विश्वविद्यालय कैंपस में नहीं है और क्लासेस चलने की संभावना भी फिलहाल न के बराबर है. ऐसे में उपयोग में जो भवन नहीं हैं. उस भवन को चिन्हित करने का काम किया जाएगा और जरुरत पड़ने पर जिला प्रशासन को उसे सौंपा भी जाएगा.
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बढ़ रहे हैं मामले
गौरतलब है कि इन दिनों झारखंड में लगातार कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. खासकर रांची फिलहाल झारखंड में कोरोना का सेंटर बन चुका है. आने वाले समय में हो सकता है कि कुछ भवनों की आवश्यकता पड़ेगी. इसे लेकर रांची विश्वविद्यालय के वीसी रमेश कुमार पांडे भी राज्य सरकार को सहायता करने को लेकर तत्पर हैं. इस महामारी से हर एक शख्स लड़ रहा है. ऐसे में इस विश्वविद्यालय का भी फर्ज बनता है कि कुछ योगदान समाज के लिए करें.