रांची: लालू यादव से मिलने के लिए बिहार के भागलपुर जिले के रहने वाले राजद कार्यकर्ता उमेश यादव पिछले 3 दिनों से रिम्स के बाहर इंतजार कर रह थे कि शायद शनिवार को लालू यादव से उनकी मुलाकात हो जाएगी.
समाज को बेहतर राह दिखाने का काम
राजद कार्यकर्ता उमेश यादव का कहना है कि वह अपने घर से यही कहकर निकले थे कि इस बार गरीबों और पिछड़ों के मसीहा कहे जाने वाले लालू यादव से मुलाकात करके ही लौटूंगा, ताकि एक नई ऊर्जा के साथ अपने समाज को बेहतर राह दिखाने में और भी मजबूत हो सकूं, लेकिन शनिवार को भी उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
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लालू जी के साथ सरकार का बर्ताव पूरी तरह गलत
उमेश यादव ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लालू यादव के साथ सरकार जिस तरह का बर्ताव कर रही है यह पूरी तरह गलत है. अंग्रेजों के समय में भी इस तरह का बर्ताव नहीं किया जाता था. वहीं, जहानाबाद से आए लालू यादव के दूसरे प्रशंसक का कहना है कि बिहार के जहानाबाद जिले में लालू भक्त जुटान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लालू यादव के लिए अपने गांव से खड़ाम बनवा कर लाया हूं, ताकि लालू जी अपने चरणों को इस खड़ाम पर रख दें. उसके बाद उनका आशीर्वाद लेकर इस खड़ाम को लालू जी का प्रतीक मानकर कार्यक्रम में लेकर जाऊंगा.
लालू यादव के भक्तों को उदासी
प्रशंसक का कहना है कि अगर लालू यादव से मुलाकात नहीं हो पाती है तो यहीं पर धरने पर बैठा रहूंगा, ताकि किसी की दया की नजर मेरी भक्ति पर पड़ सके. लालू यादव भले ही पिछले डेढ़ सालों से जेल में बंद हैं, लेकिन उनका क्रस आज भी उनके प्रशंसकों के बीच है, लेकिन कानून की बंदी और पाबंदी लालू यादव के भक्तों को उदास करती नजर आ रही है, जिसका नजारा रिम्स के पेईंग वार्ड के बाहर आए दिन देखने को मिलता है.