रांचीः रांची रेल मंडल के लिए साल 2022 उपलब्धि भरा रहा. इस दौरान ना केवल रेल सुविधाओं में विस्तार किया गया, बल्कि राजस्व उगाही में भी रांची रेल मंडल ने कीर्तिमान स्थापित किया है. जनवरी 2022 से दिसंबर 2022 तक कुल 4.06 मिलियन टन का लदान हुआ है, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 3.51 मिलियन टन था. इस तरह से पिछले वर्ष की तुलना में 15.67% अधिक लदान किया गया है. माल लदान से दिसंबर 2022 तक मंडल को 328.23 करोड़ रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 242.06 करोड़ रुपए थी. इस तरह से पिछले वर्ष की तुलना में मंडल को माल लदान से 35.59% अधिक राजस्व की प्राप्ति हुई है.
ये भी पढे़ं-रांची के इस रेलवे स्टेशन पर अब नहीं दौड़ रही ट्रेनः जानिए क्या है इसके पीछे की वजह
54 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य पूरा हुआः इस संबंध में रांची रेल मंडल के डीआरएम प्रदीप गुप्ता का मानना है कि साल 2022 मंडल के लिए उपलब्धियों से भरा है. इस दौरान ट्रेनों के सुरक्षित और सुगम परिचालन के लिए मंडल के छह स्टेशनों इलू, तोरांग, सुईसा, बकसपुर, पकरा और पोकला स्टेशन में परिचालन की आधुनिक पद्धति इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग पद्धति की स्थापना की गई. इसके अलावे हटिया-बंडामुंडा दोहरीकरण के अंतर्गत विगत वर्ष 2022 में हटिया–बालसीरिंग, लोधमा-कर्रा और गोविंदपुर-बकसपुर रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य पूरा किया गया. इस प्रकार कुल 54 किलोमीटर दोहरीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया. रांची रेल मंडल से खुलनेवाली नौ जोड़ी ट्रेनों के पारंपरिक रेक को एलएचबी रैक में परिवर्तित किया गया. इस प्रकार मंडल की कुल 29 जोड़ी ट्रेनें एलएचबी रैक में परिवर्तित हो चुकी है.
समयबद्धता और सुरक्षित सफर पर रहा फोकस, पर सफाई में कमीः समयबद्धता और सुरक्षित सफर की तुलना में रेल कोच की साफ-सफाई में कमी देखी गई. हालांकि वर्ष 2022 के दौरान रांची रेल मंडल समयबद्धता के मामले में पूरे भारतीय रेल में अप्रैल माह में प्रथम स्थान पर, फरवरी माह में द्वितीय स्थान, मार्च एवं मई महीने में तृतीय स्थान पर रही.
वर्ष 2022 में 142 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई गईंः यात्रियों की सुविधा के लिए मंडल द्वारा वर्ष 2022 के दौरान विभिन्न जगहों के लिए 142 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई गई, लेकिन उम्मीद के अनुरूप राजस्व नहीं प्राप्त हुए. हालांकि नियमित ट्रेन में वर्ष 2022 के दौरान मंडल द्वारा प्रतीक्षा सूची के यात्रियों की सुविधा के लिए 723 अतिरिक्त कोच लगाए गए जिससे इन गाड़ियों में राजस्व ठीकठाक रहा.
रांची रेल मंडल की अन्य उलब्धियांः रेल मंडल के तीन गुड्स शेडों पिस्का, नामकुम और हटिया में झारखंड पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के अनुसार PM-10 एनालाइजर मशीन लगायी गई. इन मशीनों की सहायता से गुड्स शेडों में प्रदूषण के स्तर को मापा जा सकता है और प्रदूषण नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं. इस तरह रांची मंडल में तीनों गुड्स शेडों में पीएम-10 एनालाइजर लगाए जा चुके हैं. वहीं पिस्का स्टेशन के पुनर्विकास के अंतर्गत फेज-वन कार्यों और स्टेशन बिल्डिंग के निर्माण का शिलान्यास किया गया है. इस कार्य में तेजी आने की बात कही जा रही है. वहीं इस वर्ष डोर-टू-डोर पार्सल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की गति शक्ति योजना के तहत डाक विभाग की सहभागिता से मंडल में एक्सप्रेस कार्गो सेवा की शुरुआत की गई.
पांच स्थानों पर स्थायी गति प्रतिबंध समाप्तः वर्ष 2022 के दौरान मंडल के महत्वपूर्ण रेल खंडो पर पांच स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त किया गया. मुरी-हटिया रेल खंड के अंतर्गत मुरी यार्ड लाइन नंबर 4 की गति सीमा 15 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गई, चांडिल-मुरी रेल खंड के अंतर्गत मुरी यार्ड लाइन नंबर 5 की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गई और मुरी-बरकाकाना रेलखंड के अंतर्गत मुरी यार्ड लाइन नंबर 4 की गति सीमा 15 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गई. इन स्थाई गति प्रतिबंधों के समाप्त होने से यात्रा समय में चार से छह मिनट की बचत होगी. रामगढ़ यार्ड में लगा 45 किमी प्रति घंटे का स्थाई प्रतिबंध को समाप्त कर गति सीमा 110 किमी प्रति घंटे कर गी गई एवं हटिया यार्ड में 15 किमी प्रति घंटे का प्रतिबंध को समाप्त कर गति सीमा 50 किमी प्रति घंटे कर दी गई है.