रांची: पंचायत चुनाव के पहले चरण में मतपत्र छपाई में हुई गड़बड़ी के कारण रद्द हुए 26 बूथों पर पुनर्मतदान कराया गया. सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक हुए मतदान में 59.14 फीसदी वोटिंग हुई है. निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद ने कहा कि पुनर्मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ है और लोग बड़ी संख्या में अपना मताधिकार का प्रयोग किया है.
ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव 2022ः आठ जिलों के 26 बूथों पर पुनर्मतदान, सुरक्षा चाक चौबंद
मतपत्र छपाई में गड़बड़ी के लिए दोषी अधिकारी पर होगी कारवाई: हजारीबाग, चतरा सहित राज्य के विभिन्न जिलों के 26 मतदान केंद्रों पर सोमवार को एक से तीन पदों के लिए पुनर्मतदान हुआ. पर्यवेक्षकों की अनुशंसा के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने इन मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने का निर्णय लिया था. इनमें सबसे अधिक हजारीबाग के बरकट्ठा प्रखंड के 14 मतदान केंद्र शामिल हैं. इन सभी मतदान केंद्रों में मुखिया के लिए पुनर्मतदान हुआ. इसके अलावे गढ़वा के रंका, चतरा के प्रतापपुर प्रखंड, सिमडेगा के करसई प्रखंड व पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा के एक-एक, सरायकेला खरसावां के चांडिल तथा बोकारो के गाेमिया के दो-दो, पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर प्रखंड तथा गोड्डा के पोड़ैयाहाट प्रखंड के तीन-तीन मतदान केंद्रों में अलग-अलग पदों के लिए पुनर्मतदान हुआ है.
इधर, राज्य निर्वाचन आयोग ने मतपत्र की छपाई में लापरवाही बरतनेवाले दो पदाधिकारियों को पद से हटा दिया है. इनमें हजारीबाग जिले के बरकट्ठा प्रखंड के मुखिया पद के निर्वाची पदाधिकारी सह बरकट्ठा के अंचलाधिकारी श्रीकांत लाल मांझी तथा सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह बरकट्ठा के ही प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अशोक कुमार पाल शामिल हैं. मतपत्र में त्रुटि के कारण बरकट्ठा के 14 मतदान केंद्रों पर मुखिया पद के लिए मतदान नहीं हो सका. आयोग ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की है. राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद ने कहा कि मतपत्र छपाई में गड़बड़ी सामने आने के कारण आयोग को फिर से मतदान कराना पड़ा है. आयोग राज्य सरकार से दोनों अधिकारियों के उपर कारवाई करने के लिए चिठ्ठी भेजेगा.