रांची: इंजीनियर बनने का सपना देख रहे मंतोष बेदिया नाम के छात्र की मौत के बाद रांची यूनिवर्सिटी के द्वारा छात्र की मौत पर मरहम लगाने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं. रांची यूनिवर्सिटी के वीसी के द्वारा मृत छात्र के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा और घर के किसी सदस्य को अनुबंध पर नौकरी देने का निर्णय लिया गया है.
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पत्र जारी किया गया: रांची यूनिवर्सिटी की तरफ से कार्यालय आदेश जारी कर इस बात की जानकारी दी गई है कि विश्वविद्यालय के द्वारा प्रभावित परिवार को कुल 4 लाख रुपये की राशि किस्तों में अनुदान के तौर पर दिए जाएंगे. वहीं कार्यालय आदेश में यह भी लिखा गया है कि मृत छात्र के परिवार के किसी एक सदस्य को उनकी योग्यता के आधार पर नियमानुसार अनुबंध पर नियुक्त करने की सहमति दी गई है. रांची यूनिवर्सिटी राज्य सरकार और माननीय कुलाधिपति से इस नियुक्ति को स्थाई करने के लिए यथाशीघ्र याचना भी करेगा.
छज्जा गिरने से मौत: गौरतलब है कि इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्र मंतोष बेदिया की बुधवार की सुबह रांची कॉलेज के लाइब्रेरी का छज्जा गिरने से मौत हो गई थी. छात्र हर दिन की तरह पढ़ाई करने के लिए यूनिवर्सिटी गया था. इसी दौरान जब वह अपनी साइकिल को पार्किंग में लगा रहा था, तभी लाइब्रेरी का छज्जा उसके सिर पर जा गिरा, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. मंतोष की मौत के बाद आक्रोशित छात्रों ने जमकर हंगामा किया था.
जांच कमेटी बनाई गई: वहीं दूसरी तरफ हादसे की जांच के लिए कुलपति ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. डॉ सुरेश साहू कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं. वहीं डॉक्टर मधुमिता दासगुप्ता और एसके डे सदस्य बनाए गए हैं. कमेटी को जल्द से जल्द अपनी जांच रिपोर्ट सबमिट करने का आदेश दिया गया है.
लाइब्रेरी फिलहाल बंद: हादसे के बाद 15 जून से सेंट्रल लाइब्रेरी को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है. जब तक लाइब्रेरी की पूर्ण रूप से मरम्मत नहीं हो जाती है तब तक इसे बंद रखा जाएगा.