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Fodder Scam: चारा घोटाले में फैसला आज, अगर लालू यादव की तबीयत बिगड़ी तो जानिए क्या होगी रिम्स में इलाज की व्यवस्था

चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार मामले (Doranda Treasury Cases) में 15 फरवरी यानी आज सीबीआई की विशोष अदालत से फैसला आने वाला है. इसी सिलसिले में रविवार को ही लालू प्रसाद यादव रांची पहुंच गए. पिछली बार सजा काटने के दौरान जब लालू बीमार थे तो रांची के रिम्स में भर्ती थे, ऐसे में इस बार रिम्स में क्या कुछ तैयारी हो रही है, जानते हैं इस रिपोर्ट में...

Ranchi rims
चारा घोटाले में फैसला आज
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Published : Feb 15, 2022, 7:36 AM IST

Updated : Feb 15, 2022, 5:30 PM IST

रांची: चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें फिर एक बार बढ़ सकती है. इस मामले में 15 फरवरी यानी आज सीबीआई की विशेष अदालत से फैसला आना है. स्थिति यह है कि लालू प्रसाद कई बीमारियों से जूझ रहे हैं तो राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में क्या कुछ व्ययवस्था की गई है. जब लालू प्रसाद पिछली दफा वर्ष 2017 से 2021 के बीच सजा काटने के दौरान इलाज के लिए रिम्स के कॉटेज, पेइंग वार्ड, कार्डियोलॉजी और केली बंगले में रहे थे तब कौन कौन सी बीमारी से वह जूझ रहे थे. इन सबकी जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी से एक्सक्लूसिव बात की... आइए जानते हैं कि रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने क्या क्या कहा.

यह भी पढ़ेंःFodder Scam: लालू के भविष्य पर फैसला आज, सीबीआई की विशेष अदालत पर टिकी हैं सबकी नजरें


कई बीमारियों से ग्रस्त हैं लालू प्रसाद: रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद न्यायिक प्रक्रिया के तहत रांची आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह अभी यह नहीं समझते कि लालू प्रसाद को अस्पताल में इलाज की जरूरत होगी. लेकिन जरूरत पड़ी तो रिम्स लालू प्रसाद के इलाज के लिए तैयार है. डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद मुख्य रूप से किडनी फेल्योर, दिल की बीमारी, डायबेटिक, न्यूरोपैथी जैसी बीमारी से ग्रस्त हैं.

देखें पूरी खबर

लालू प्रसाद का रिम्स में इलाज करने वाले डॉक्टर का हो चुका है निधन: अब जरूरत पड़ी तो मेडिसीन विभाग के एचओडी की देखरेख में इलाज की व्यवस्था होगी. डॉ. डीके सिन्हा ने कहा कि कोर्ट के आदेश से रिम्स के जो वरीय डॉक्टर उमेश प्रसाद लालू प्रसाद का इलाज करते थे, वह अब इस दुनिया में नहीं हैं. ऐसे में अगर लालू प्रसाद को रिम्स में भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है तो मेडिसीन विभाग के हेड की देखरेख में इलाज होगा. इसके साथ ही रिम्स में पदस्थापित नेफ्रोलॉजिस्ट की भी मदद ली जाएगी.

पेइंग वार्ड में लालू प्रसाद को भर्ती करने की व्यवस्था: अगर रांची में लालू प्रसाद की तबीयत बिगड़ी तो रिम्स प्रबंधन के अनुसार उन्हें उसी पेइंग वार्ड में रखा जा सकता है. जहां सजा काटने के दौरान लंबे दिनों तक उन्होंने समय बिताया था. स्थिति ज्यादा खराब होने पर उन्हें न्यू ट्रॉमा सेंटर या कार्डियोलॉजी सुपर स्पेशलिटी विभाग में भी भर्ती किया जा सकता है. जनसम्पर्क अधिकारी ने कहा कि पेइंग वार्ड लगभग खाली है. कोरोना का प्रकोप कम हो गया है, ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी.

रांची: चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें फिर एक बार बढ़ सकती है. इस मामले में 15 फरवरी यानी आज सीबीआई की विशेष अदालत से फैसला आना है. स्थिति यह है कि लालू प्रसाद कई बीमारियों से जूझ रहे हैं तो राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में क्या कुछ व्ययवस्था की गई है. जब लालू प्रसाद पिछली दफा वर्ष 2017 से 2021 के बीच सजा काटने के दौरान इलाज के लिए रिम्स के कॉटेज, पेइंग वार्ड, कार्डियोलॉजी और केली बंगले में रहे थे तब कौन कौन सी बीमारी से वह जूझ रहे थे. इन सबकी जानकारी के लिए ईटीवी भारत ने रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी से एक्सक्लूसिव बात की... आइए जानते हैं कि रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने क्या क्या कहा.

यह भी पढ़ेंःFodder Scam: लालू के भविष्य पर फैसला आज, सीबीआई की विशेष अदालत पर टिकी हैं सबकी नजरें


कई बीमारियों से ग्रस्त हैं लालू प्रसाद: रिम्स के जनसम्पर्क अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद न्यायिक प्रक्रिया के तहत रांची आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह अभी यह नहीं समझते कि लालू प्रसाद को अस्पताल में इलाज की जरूरत होगी. लेकिन जरूरत पड़ी तो रिम्स लालू प्रसाद के इलाज के लिए तैयार है. डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद मुख्य रूप से किडनी फेल्योर, दिल की बीमारी, डायबेटिक, न्यूरोपैथी जैसी बीमारी से ग्रस्त हैं.

देखें पूरी खबर

लालू प्रसाद का रिम्स में इलाज करने वाले डॉक्टर का हो चुका है निधन: अब जरूरत पड़ी तो मेडिसीन विभाग के एचओडी की देखरेख में इलाज की व्यवस्था होगी. डॉ. डीके सिन्हा ने कहा कि कोर्ट के आदेश से रिम्स के जो वरीय डॉक्टर उमेश प्रसाद लालू प्रसाद का इलाज करते थे, वह अब इस दुनिया में नहीं हैं. ऐसे में अगर लालू प्रसाद को रिम्स में भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है तो मेडिसीन विभाग के हेड की देखरेख में इलाज होगा. इसके साथ ही रिम्स में पदस्थापित नेफ्रोलॉजिस्ट की भी मदद ली जाएगी.

पेइंग वार्ड में लालू प्रसाद को भर्ती करने की व्यवस्था: अगर रांची में लालू प्रसाद की तबीयत बिगड़ी तो रिम्स प्रबंधन के अनुसार उन्हें उसी पेइंग वार्ड में रखा जा सकता है. जहां सजा काटने के दौरान लंबे दिनों तक उन्होंने समय बिताया था. स्थिति ज्यादा खराब होने पर उन्हें न्यू ट्रॉमा सेंटर या कार्डियोलॉजी सुपर स्पेशलिटी विभाग में भी भर्ती किया जा सकता है. जनसम्पर्क अधिकारी ने कहा कि पेइंग वार्ड लगभग खाली है. कोरोना का प्रकोप कम हो गया है, ऐसे में अगर जरूरत पड़ी तो कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी.

Last Updated : Feb 15, 2022, 5:30 PM IST
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