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रांची: न्यूज चैनल के दफ्तर में हत्या मामला, मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी के घर की कुर्की की तैयारी

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Published : Mar 18, 2019, 1:46 AM IST

Updated : Mar 18, 2019, 1:54 AM IST

निजी न्यूज चैनल के दफ्तर में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले में मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही रांची और बिहार में मौजूद आरोपियों की अचल संपत्ति को जब्त करने के लिए भी रांची पुलिस तैयारी कर रही है.

लोकेश चौधरी के घर की कुर्की की तैयारी में पुलिस

रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर-एक स्थित एक निजी न्यूज चैनल के दफ्तर में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले में मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने एड़ी-चोटी एक कर दी है. रांची पुलिस की कई टीम झारखंड, बिहार और उड़ीसा में लोकेश और उसके दूसरे साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

लोकेश चौधरी के घर की कुर्की की तैयारी में पुलिस

दूसरी तरफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई के लिए पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को अरगोड़ा पुलिस ने जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 में वारंट का तामिला कराया. इस प्रक्रिया के बाद पुलिस घर को कुर्क करेगी. रांची के अलावा बिहार में भी पुलिस कुर्की की कार्रवाई करेगी. साथ ही रांची और बिहार में मौजूद अचल संपत्ति को भी पुलिस जब्त करने की तैयारी कर रही है. बिहार के औरंगाबाद जिले के नेहरा स्थित लोकेश की अचल संपत्ति जब्त की जाएगी. पुलिस ने इसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. हालांकि लोकेश के सरेंडर के भी चर्चे तेज हैं. सरेंडर नहीं करने या गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में पुलिस सख्ती की ओर भी लगातार बढ़ रही है.

दो बड़े संस्थानों से मिला था टेंडर

पुलिस ने लोकेश के फ्लैट से कई दस्तावेज जब्त किए हैं. इससे पता चला है, कि रांची और बोकारो के दो बड़े संस्थानों से करोड़ों रूपये का टेंडर मिला था. इसके अलावा चल और अचल संपत्ति से संबंधित कई दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं. जिसे पुलिस जब्त करने की तैयारी में है.

अंगरक्षक भेजा जा चुका है जेल
लोकेश चौधरी का अंगरक्षक सुनील सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उसने बताया था कि व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या 25 लाख रुपये हड़पने के लिए की थी. इसके लिए अपने दोस्त और बॉडीगार्ड से आइबी की फर्जी रेड कराई थी. एमके सिंह और धर्मेंद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई थी. न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाईयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह और उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग फरार हो गए थे. अपने टीशर्ट पर लगे खून को छुपाने के लिए डीवीआर के साथ जला डाला था, ताकि साक्ष्य नष्ट हो जाए. रांची एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार अंगरक्षक को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जैसे ही रिमांड मिल जाएगा उससे पूछताछ की जाएगी.

छह मार्च की शाम गोली मारकर की थी हत्या
बीते छह मार्च की शाम व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और उनका सगा भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा था. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग गया था.

रांची: अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर-एक स्थित एक निजी न्यूज चैनल के दफ्तर में दो कारोबारी अग्रवाल बंधुओं की गोली मारकर हत्या मामले में मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने एड़ी-चोटी एक कर दी है. रांची पुलिस की कई टीम झारखंड, बिहार और उड़ीसा में लोकेश और उसके दूसरे साथियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

लोकेश चौधरी के घर की कुर्की की तैयारी में पुलिस

दूसरी तरफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई के लिए पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है. रविवार को अरगोड़ा पुलिस ने जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के वसुंधरा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 201 में वारंट का तामिला कराया. इस प्रक्रिया के बाद पुलिस घर को कुर्क करेगी. रांची के अलावा बिहार में भी पुलिस कुर्की की कार्रवाई करेगी. साथ ही रांची और बिहार में मौजूद अचल संपत्ति को भी पुलिस जब्त करने की तैयारी कर रही है. बिहार के औरंगाबाद जिले के नेहरा स्थित लोकेश की अचल संपत्ति जब्त की जाएगी. पुलिस ने इसके लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. हालांकि लोकेश के सरेंडर के भी चर्चे तेज हैं. सरेंडर नहीं करने या गिरफ्तारी नहीं होने की स्थिति में पुलिस सख्ती की ओर भी लगातार बढ़ रही है.

दो बड़े संस्थानों से मिला था टेंडर

पुलिस ने लोकेश के फ्लैट से कई दस्तावेज जब्त किए हैं. इससे पता चला है, कि रांची और बोकारो के दो बड़े संस्थानों से करोड़ों रूपये का टेंडर मिला था. इसके अलावा चल और अचल संपत्ति से संबंधित कई दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं. जिसे पुलिस जब्त करने की तैयारी में है.

अंगरक्षक भेजा जा चुका है जेल
लोकेश चौधरी का अंगरक्षक सुनील सिंह को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उसने बताया था कि व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और महेंद्र अग्रवाल की हत्या 25 लाख रुपये हड़पने के लिए की थी. इसके लिए अपने दोस्त और बॉडीगार्ड से आइबी की फर्जी रेड कराई थी. एमके सिंह और धर्मेंद्र तिवारी ने अग्रवाल बंधुओं पर गोली चलाई थी. न्यूज चैनल कार्यालय में दोनों भाईयों की हत्या के बाद लोकेश, एमके सिंह और उनके दोनों अंगरक्षक सीसीटीवी फुटेज की डीवीआर लेकर भाग फरार हो गए थे. अपने टीशर्ट पर लगे खून को छुपाने के लिए डीवीआर के साथ जला डाला था, ताकि साक्ष्य नष्ट हो जाए. रांची एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार अंगरक्षक को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जैसे ही रिमांड मिल जाएगा उससे पूछताछ की जाएगी.

छह मार्च की शाम गोली मारकर की थी हत्या
बीते छह मार्च की शाम व्यवसायी हेमंत अग्रवाल और उनका सगा भाई महेंद्र अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. घटना को अंजाम देने के बाद लोकेश 11:57 बजे जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली स्थित वसुंधरा अपार्टमेंट पहुंचा था. वहां से पत्नी और बच्चों को लेकर सीधे बिहार भाग गया था.

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Last Updated : Mar 18, 2019, 1:54 AM IST
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