रांची: राजधानी की हाई सिक्योरिटी जोन में हुई गोलीबारी (sushma badaik shootout case in Ranchi) में घायल सुषमा बड़ाइक वेंटिलेटर सपोर्ट पर चली गई है. वहीं सुषमा पर हमले में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर बनाई गई एसआईटी की टीम रांची सहित कई दूसरे स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. सीनियर एसपी किशोर कौशल खुद पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. हालांकि, अब तक पुलिस को इस मामले में कोई खास कामयाबी हाथ नहीं लगी है.
यह भी पढ़ें: बॉडीगार्ड के सामने अपराधियों ने सुषमा बड़ाईक को मारी गोली, हालत गंभीर
अरगोड़ा थाना क्षेत्र के सहजानंद चौक के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने सुषमा बढ़ई को गोली मार दी. घटना मंगलवार की है. वह हाई कोर्ट में गवाही देने जा रही थी. इस घटना में सुषमा को दो गोलियां लगी है. एक गोली पीठ को चीरते हुए बाहर निकल गई, जबकि दूसरी गोली शरीर में ही फंसी हुई है. आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में सुषमा को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों के अनुसार देर रात सुषमा की स्थिति गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर डाल दिया गया है. फिलहाल एक गोली अब भी सुषमा के शरीर में ही फंसी हुई है.
आईपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण का केस दर्ज करने के बाद सुर्खियों में आयी सुषमा बड़ाईक की पूरी प्लानिंग के साथ हत्या करने की योजना थी. इसके लिए बाइक सवार अपराधियों ने सुषमा को मारने के लिए वैसे स्थान का चयन किया, जहां पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा था. अपराधियों ने सुषमा को उसके घर से रेकी की थी. जब वह हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच स्थित जीतेंद्र सिंह के आवास के पास पहुंची, तब अपराधियों ने गोलीबारी घटना को अंजाम दिया.
बॉडीगार्ड का बयान दर्ज : गोलीबारी की वारदात के बाद पुलिस ने सुषमा के साथ गोलीबारी के दौरान मौजूद बॉडीगार्ड हिलारियुस टोपनो का बयान भी दर्ज किया गया है. हिलारियुस ने अपने बयान में कहा है कि छह दिसंबर से सुषमा के बॉडीगार्ड के रूप में तैनात था. मंगलवार की सुबह हरमू हाउसिंग कॉलोनी स्थित घर से सुषमा को बाइक पर बैठाकर अपने साथ हाई कोर्ट जा रहे थे. हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच जीतेंद्र सिंह के घर के सामने गोली चलने की घटना हुई. बाइक के पीछे सीट पर बैठी सुषमा गिरने लगी. इसी बीच बगल से बाइक से गुजर रहे तीन लोग सुषमा को गाली देते हुए दूसरी गोली फायर की. दोनों असंतुलित होकर बाइक के साथ सड़क किनारे गिर गए.
प्रोफेसनल क्रिमिनल के हाथ होने की आशंका: सुषमा बड़ाइक में कई हाई प्रोफाइल लोगों के खिलाफ अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज करवाई है. पुलिस को शक है कि उन्हीं में से किसी एक व्यक्ति ने भाड़े के हत्यारों को सुषमा को ठिकाने लगाने के लिए भेजा था. पुलिस सुषमा द्वारा अलग-अलग थानों में दर्ज करवाए गए सभी केसों को खंगाल रही है, ताकि उससे भी कुछ सुराग हासिल हो सके. पुलिस यह पता लगा रही है कि 2005 से लेकर अब तक सुषमा ने किन-किन लोगों के खिलाफ केस दर्ज करायी है. मिली जानकारी के अनुसार सुषमा ने अब तक तीन थानों में आठ प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें अरगोड़ा थाना, एसटीएससी थाना और सुखदेवनगर थाना शामिल है. पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आरोपियों से भी इस मामले में पूछताछ करने की तैयारी कर रही है.
तीन बिंदुओं पर जांच कर रही है पुलिस
- सुषमा बड़ाईक ने दो दर्जन से अधिक लोगों पर शहर के विभिन्न थानों में दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और छेड़खानी का आरोप लगाकर केस दर्ज कराया है. हो सकता है कि इन आरोपियों में से किसी ने इस वारदात को अंजाम दिया होगा.
- सुषमा बड़ाईक हाल के दिनो में जमीन के कारोबार से भी जुड़ी हुई थी. पुंदाग समेत कई इलाकों में जमीन का विवाद भी सुषमा के साथ चल रहा है. आशंका है कि किसी जमीन कारोबारी ने शूटरों के जरिए इस वारदात को अंजाम दिलाया होगा.
- हाईकोर्ट में मंगलवार को 341, 504, 376(ए)(111), आईपीसी 3(1) एसटीएस के मामले की सुनवाई थी. इस मामले में उनका पूर्व बॉडीगार्ड आरोपी है. सुषमा अपना पक्ष रखने के लिए कोर्ट जा रही थी. हो सकता है कि इस मामले से जुड़े लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया होगा.