रांची: रिम्स अस्पताल के मेडिसिन वार्ड से पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ सजायाफ्ता नक्सली कृष्ण मोहन झा उर्फ अभय उर्फ काली को आखिरकार रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया है. कृष्ण मोहन झा ने अपनी सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से दोस्ती की और उनका विश्वास जीतने के लिए उन्हें जमकर रसगुल्ला भी खिलाया, उसके बाद पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था.
निजी वाहन से पहुच गया था मुजफ्फरपुर
पूछताछ में कृष्ण मोहन झा उर्फ काली झा ने बताया है कि रिम्स से फरार होने के बाद वह सीधे एक निजी वाहन से अपने शहर मुजफ्फरपुर चला गया. वहां पर सबसे छुप कर रहा था. इसी बीच रांची पुलिस भी लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी, पुलिस की एक टीम पहले ही दिन बिहार के मुजफ्फरपुर पहुंचकर काली झा की तलाश कर रही थी. जैसे ही पुलिस की टीम को काली के बारे में जानकारी मिली उसे धर दबोचा गया. गिरफ्तार नक्सली को पुलिस की टीम कड़ी सुरक्षा में मुजफ्फरपुर से लेकर रांची आ रही है.
ये भी पढ़ें- रिम्स से इलाजरत कैदी फरार, सुरक्षा में तैनात तीनों पुलिसकर्मी निलंबित
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर गिरी थी गाज
रविवार को ही रिम्स में भर्ती नक्सली कृष्ण मोहन के फरार होने के बाद उसकी सुरक्षा में तैनात तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. निलंबित होने वाले पुलिसकर्मियों में नित्यानंद गोस्वामी, अनंत कुमार मिश्रा और महतो उरांव शामिल हैं. एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने इस संबंध में आदेश जारी किया था. आदेश में कहा गया था कि तीनों पुलिसकर्मियों की लापरवाही की वजह से रिम्स से कैदी फरार हुआ है. गौरतलब हो कि बरियातू इंस्पेक्टर सपन महथा को मामले की जांच की जिम्मेवारी दी गई थी. सीसीटीवी की जांच में यह बात सामने आयी कि तीनों पुलिसकर्मी सुबह चार से छह बजे तक ड्यूटी में तैनात नहीं थे और इसी दौरान नक्सली फरार हुए था.
हथकड़ी खोल हुआ फरार
कृष्ण मोहन झा का इलाज रिम्स के मेडिसिन वार्ड में चल रहा था, रविवार की सुबह वह मौका पाकर अपने हथकड़ी को खोल कर फरार हो गया था. जिस समय कैदी रूम से फरार हुआ उस समय वहां कोई भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था, जिसकी वजह से वह आसानी से भागने में कामयाब हो गया.
पंडरा इलाके से हुआ था गिरफ्तार
कृष्ण मोहन झा रांची के पंडरा इलाके में अपहरण और फिर हत्या के मामले में साल 2016 में गिरफ्तार हुआ था. जिसके बाद वह बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद था. 27 अगस्त को जेल में उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन ने उसे रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया था. फिलहाल रिम्स के मेडिसिन वार्ड में उसका इलाज चल रहा था.