रांचीः पुलिस ने एक ऐसे साइबर अपराधी (cyber criminal) को गिरफ्तार किया है, जो आम लोगों से ठगी कर अपने बैंक अकाउंट में पैसे मंगा कर साइबर अपराधियों के बीच बांटा करता था. सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी के बैंक अकाउंट की जांच की गई. जिसमें पिछले डेढ़ वर्षों में 20 लाख रुपये लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ेंः हादसाः निर्माणाधीन पानी टंकी से गिरकर तीन मजदूर की मौत, ठेकेदार ने नहीं दिया था सेफ्टी किट
क्या है पूरा मामला
रांची पुलिस (Ranchi Police) ने साइबर ठगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसके तहत सदर थाने की पुलिस साइबर ठगी गिरोह के एक सदस्य को देवघर से गिरफ्तार कर रांची लाई है. गिरफ्तार आरोपी का नाम नुरूल होदा है, जो देवघर जिले के मोहनपुर गांव का रहने वाला है. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की गई, जिसमें पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. आरोपी ने पुलिस को बताया है कि साइबर ठगी का पैसा मेरे बैंक खाते में मंगवाया जाता था. इसके बदले दस प्रतिशत कमीशन मिलता था. गिरफ्तार साइबर अपराधी ने यह भी बताया कि बैंक खाता अपडेट करने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. सदर थानेदार वेंकटेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी के अनुसार गिरोह एक ही गांव से संचालित किया जा रहा है. उसकी निशानदेही पर रांची पुलिस की टीम देवघर जाएगी.
चार साल से गिरोह में है शामिल
गिरफ्तार आरोपी नुरूल होदा साइबर ठग गिरोह में चार साल से शामिल है. गिरोह में उसकी जिम्मेवारी सिर्फ अपने बैंक खाते में ठगी के पैसे को जमा करना था. पुलिस की पूछताछ में नुरूल होदा ने बताया कि 2017 से लगातार साइबर ठग के गिरोह में है और ठगी के शिकार हुए सैकड़ों लोगों के खाते से मेरे खाते में पैसा आया है.
2018 में उड़ाए थे 20 हजार रुपये
सदर थानेदार ने बताया कि कांटा टोली निवासी साकिब अख्तर से बैंक खाता अपडेट करने के नाम पर 20 हजार रुपए की ठगी की गई थी. इस संबंध में साकिब ने सदर थाने में 2018 में प्राथमिकी दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने जब मामले की जांच की, तो पता चला साकिब के खाते की राशि नुरूल के खाते में जमा हुआ है. इसके बाद पुलिस की टीम तीन दिन पहले देवघर गई और आरोपी को उसके घर से गिरफ्तार की.