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Ranchi Police Strategy: अपराधियों की पत्नी और महिला मित्रों पर भी रांची पुलिस की नजर

रांची पुलिस नई स्ट्रेटजी के साथ काम कर रही है. पुलिस अब अपराधियों के रिश्तेदार और करीबियों पर भी नजर रख रही है.

Ranchi Police Strategy
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Published : Aug 20, 2023, 6:59 PM IST

रांचीः बड़े शहरों में अपराध की दुनिया में महिलाओं की भागीदारी कोई नई बात नहीं है. लेकिन अब रांची जैसे शहरों में भी आपराधिक घटनाओं में महिलाओं की भागीदारी लगातार सामने आ रही है. हाल के दिनों में ड्रग्स, साइबर ठगी, स्नैचिंग से लेकर हत्या की प्लानिंग तक में शामिल महिलाओं की रांची पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी की गई है. रांची पुलिस के द्वारा अब अपराधियों के गर्लफ्रेंड और पत्नी तक पर निगाह रखी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः क्रिमिनल बॉयफ्रेंड गया जेल, तो गर्लफ्रेंड ने संभाली रंगदारी मांगने की कमान, पुलिस ने दबोचा

आश्चर्य में डालते हैं महिला अपराधियों के कारनामेः ज्योति भारद्वाज, शबनम, शांति, नेहा सोनी और सुशीला कुजूर ये उन महिलाओं के नाम हैं जो रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के चक्कर कई बार काट चुकी हैं. पिछले 3 महीने के भीतर ये सभी गिरफ्तार की गई और जेल भेजी गई. ज्योति भारद्वाज और शांति ड्रग्स के कारोबार में इतनी रम गई है कि जेल से बाहर निकलने के बाद भी यह लोग फिर उसी धंधे को अपना लेती हैं.

पिछले शनिवार को गिरफ्तार शबनम की कहानी तो और भी खतरनाक है. शबनम कुख्यात स्नैचर्स देवा की पत्नी है. खुद महिला होते हुए भी शबनम महिलाओं की सबसे फेवरेट चीज यानी सोने की चेन ही लुटवा लेती थी. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि शबनम को 22 स्नैचिंग कांडों के सोना खपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

अब बात कर लेते हैं रंगदारी और हत्या के मामलों का, तो बता दें कि नेहा सोनी का बॉयफ्रेंड छोटू बड़ा अपराधी है. वह फिलहाल जेल में बंद है. उसकी सल्तनत नेहा सोनी संभाल रही थी. राजधानी के एक बड़े दवा कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में 3 दिन पहले ही नेहा सोनी को जेल भेजा गया है. सुशीला कुजूर की कहानी तो और भी खतरनाक है उसने अपने पति और बच्चे के साथ मिलकर शहर में दो-दो हत्याएं करवा दी. कमल भूषण और उनके अकाउंटेंट संजय सिंह की हत्या के आरोप में सुशीला फिलहाल जेल में बंद है. दोनों ही हत्याओं में सुशीला ने शूटरों को पैसा उपलब्ध करवाया था.

ड्रग्स के कारोबार में सबसे ज्यादा महिलाएंः राजधानी में ड्रग्स कारोबार में सबसे ज्यादा महिलाएं भागीदार बनकर काम कर रही हैं. सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इस धंधे में 18 साल से लेकर 60 साल तक की महिलाएं शामिल हैं. ज्योति भारद्वाज ने गिरफ्तारी के बाद एक खुलासा किया था कि राजधानी में ड्रग्स के धंधे में कई लड़कियां शामिल हैं जो छुपकर काम करती हैं.

अपराधियों की गर्लफ्रेंड और पत्नियां भी हैं एक्टिवः राजधानी में जेल में बंद सुजीत सिन्हा जैसे अपराधियों की पत्नी, छोटू खान जैसे अपराधी की गर्लफ्रेंड भी अपराध की दुनिया में बहुत सक्रियता के साथ एक्टिव हैं. कई बार यह जेल भी जा चुकी हैं. जेल के बाहर भी कई ऐसे अपराधी हैं जिनकी गर्लफ्रेंड और पत्नी अपराध की दुनिया में सक्रिय होकर काम कर रही है.

नजर रखी जा रही हैः रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल के अनुसार हाल के दिनों में सभी तरह के अपराधों की श्रेणी तैयार कर अपराध में शामिल अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की जा रही है. जिसमें अपराधियों के रिश्तेदारों तक के नाम शामिल किए गए. यहां तक कि उनके कौन से करीबी क्या काम करते हैं या फिर उनका कोई आपराधिक इतिहास है या नहीं इसकी लिस्ट भी तैयार की गई है. ऐसे में अगर किसी अपराधी की पत्नी या गर्लफ्रेंड की जानकारी भी अपराध की घटनाओं में शामिल रहने की मिलती है तो उन पर भी नकेल कसा जाएगा.

अपराध का जेंडर नहीं होताः रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन के अनुसार अपराध का कोई जेंडर नहीं होता है. अपराधी चाहे महिला हो या पुरुष कानून सबके लिए एक समान है. पुलिस की नजर सब पर है.

रांचीः बड़े शहरों में अपराध की दुनिया में महिलाओं की भागीदारी कोई नई बात नहीं है. लेकिन अब रांची जैसे शहरों में भी आपराधिक घटनाओं में महिलाओं की भागीदारी लगातार सामने आ रही है. हाल के दिनों में ड्रग्स, साइबर ठगी, स्नैचिंग से लेकर हत्या की प्लानिंग तक में शामिल महिलाओं की रांची पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी की गई है. रांची पुलिस के द्वारा अब अपराधियों के गर्लफ्रेंड और पत्नी तक पर निगाह रखी जा रही है.

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आश्चर्य में डालते हैं महिला अपराधियों के कारनामेः ज्योति भारद्वाज, शबनम, शांति, नेहा सोनी और सुशीला कुजूर ये उन महिलाओं के नाम हैं जो रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के चक्कर कई बार काट चुकी हैं. पिछले 3 महीने के भीतर ये सभी गिरफ्तार की गई और जेल भेजी गई. ज्योति भारद्वाज और शांति ड्रग्स के कारोबार में इतनी रम गई है कि जेल से बाहर निकलने के बाद भी यह लोग फिर उसी धंधे को अपना लेती हैं.

पिछले शनिवार को गिरफ्तार शबनम की कहानी तो और भी खतरनाक है. शबनम कुख्यात स्नैचर्स देवा की पत्नी है. खुद महिला होते हुए भी शबनम महिलाओं की सबसे फेवरेट चीज यानी सोने की चेन ही लुटवा लेती थी. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि शबनम को 22 स्नैचिंग कांडों के सोना खपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

अब बात कर लेते हैं रंगदारी और हत्या के मामलों का, तो बता दें कि नेहा सोनी का बॉयफ्रेंड छोटू बड़ा अपराधी है. वह फिलहाल जेल में बंद है. उसकी सल्तनत नेहा सोनी संभाल रही थी. राजधानी के एक बड़े दवा कारोबारी से रंगदारी मांगने के आरोप में 3 दिन पहले ही नेहा सोनी को जेल भेजा गया है. सुशीला कुजूर की कहानी तो और भी खतरनाक है उसने अपने पति और बच्चे के साथ मिलकर शहर में दो-दो हत्याएं करवा दी. कमल भूषण और उनके अकाउंटेंट संजय सिंह की हत्या के आरोप में सुशीला फिलहाल जेल में बंद है. दोनों ही हत्याओं में सुशीला ने शूटरों को पैसा उपलब्ध करवाया था.

ड्रग्स के कारोबार में सबसे ज्यादा महिलाएंः राजधानी में ड्रग्स कारोबार में सबसे ज्यादा महिलाएं भागीदार बनकर काम कर रही हैं. सबसे हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि इस धंधे में 18 साल से लेकर 60 साल तक की महिलाएं शामिल हैं. ज्योति भारद्वाज ने गिरफ्तारी के बाद एक खुलासा किया था कि राजधानी में ड्रग्स के धंधे में कई लड़कियां शामिल हैं जो छुपकर काम करती हैं.

अपराधियों की गर्लफ्रेंड और पत्नियां भी हैं एक्टिवः राजधानी में जेल में बंद सुजीत सिन्हा जैसे अपराधियों की पत्नी, छोटू खान जैसे अपराधी की गर्लफ्रेंड भी अपराध की दुनिया में बहुत सक्रियता के साथ एक्टिव हैं. कई बार यह जेल भी जा चुकी हैं. जेल के बाहर भी कई ऐसे अपराधी हैं जिनकी गर्लफ्रेंड और पत्नी अपराध की दुनिया में सक्रिय होकर काम कर रही है.

नजर रखी जा रही हैः रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल के अनुसार हाल के दिनों में सभी तरह के अपराधों की श्रेणी तैयार कर अपराध में शामिल अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की जा रही है. जिसमें अपराधियों के रिश्तेदारों तक के नाम शामिल किए गए. यहां तक कि उनके कौन से करीबी क्या काम करते हैं या फिर उनका कोई आपराधिक इतिहास है या नहीं इसकी लिस्ट भी तैयार की गई है. ऐसे में अगर किसी अपराधी की पत्नी या गर्लफ्रेंड की जानकारी भी अपराध की घटनाओं में शामिल रहने की मिलती है तो उन पर भी नकेल कसा जाएगा.

अपराध का जेंडर नहीं होताः रांची के सिटी एसपी शुभांशु जैन के अनुसार अपराध का कोई जेंडर नहीं होता है. अपराधी चाहे महिला हो या पुरुष कानून सबके लिए एक समान है. पुलिस की नजर सब पर है.

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