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जब एयर एंबुलेंस से आया मजदूर का शव, बेटे के अंतिम दर्शन से ऐसे फटा कलेजा, आंसुओं के सैलाब में भीग गया आंचल

रोजगार के लिए बेंगलुरू गए रांची के एक मजदूर की हादसे में मौत हो गई. उसका शव एयर लिफ्ट कर बेंगलुरू से रांची लाया गया. बाद में शव को रांची से एंबुलेंस से उसके गांव ले जाया गया.

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जब एयर एंबुलेंस से आया मजदूर का शव
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Published : Jul 3, 2021, 12:18 PM IST

बेड़ोः रांची जिले के नरकोपी थाना क्षेत्र के चनकोपी बगीचा टोली गांव के एक मजदूर शिबू उरांव का शव शुक्रवार को एयर एम्बुलेंस से लाया गया. शव को रिसीव कर गांव लाया गया. यहां घर के बुझे चिराग को देख ममता उफन उठी. इससे दहाड़ मारकर रो रही मां का आंचल भीग उठा. शिबू की मौत बेंगलुरू के मालूर गांव के पास सड़क दुघर्टना में हो गई थी.

ये भी पढ़ें-गढ़वा में ट्रक-ऑटो की टक्कर से पिता-पुत्र समेत तीन की मौत, सीएचसी में घायलों के एमपीडब्ल्यू से इलाज पर उठे सवाल

मृतक की बहन अंजू कुमारी ने बताया कि शिबू नौ दस साल से बेंगलुरू की वाई- कुकू प्राइवेट इंडिया लिमिटेड में स्वीट कॉर्न बनाता था. पिछले दिनों कंपनी के सुपरवाइजर संजीत ने परिजनों को बताया कि शिबू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. जानकारी पर मजदूर मां फुलमनी उरांईन बेटे के अंतिम दर्शन के लिए तड़प उठी, लेकिन कलेजे के टुकड़े तक पहुंचने की कोई सूरत नहीं दिख रही थी. इस पर फुलमनी उरांईन ने मदद के लिए झारखंड प्रदेश आदिवासी कांग्रेस कमिटी उपाध्यक्ष सह मांडर विधानसभा प्रत्याशी रहे सनी टोप्पो से गुहार लगाई. सनी टोप्पो ने मानव तस्करी पर काम करने वाली बेंगलुरू की स्वयंसेवी संस्था तलाश के डायरेक्टर सीमा दीवान और श्रम मंत्रालय झारखंड सरकार की मदद से मजदूर का शव हवाई मार्ग से यहां मंगाया. एयर एम्बुलेंस से बिरसा मुंडा हवाई अड्डा रांची पर शव पहुंचने पर सनी टोप्पो ने शव रिसीव किया. बाद में एम्बुलेंस से उसे चनकोपी गांव पहुंचे.

शव से लिपट कर रोई मां
शव गांव पहुंचने पर मां फुलमनी और बहन अंजू कुमारी व परिजन दहाड़े मार मारकर रोने लगे. इकलौते बेटे की मौत पर मां के रोने का दृश्य देखकर हर किसी की आंख नम हो गई. फुलमनी का कहना था कि हम गरीब मजबूर लोगों ने तो शव देखने की भी उम्मीद छोड़ दी थी. इकलौता बेटा परिवार चलाने के लिए बेंगलुरू काम करने चला गया था, वह जिंदा नहीं आ सका.

इन्होंने बंधाया ढांढस

सनी टोप्पो ने बताया कि शिबू के परिजनों को मुआवजे का भुगतान करने का कंपनी ने आश्वासन दिया है. इससे बहन की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सकेगी. वहीं इनकी आर्थिक मदद के स्थानीय स्तर पर कराने के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इधर मृतक के परिजनों से सीओ सुमंत तिर्की, मुखिया फुलमनी उराईंन, बेड़ो कांग्रेस पार्टी प्रखंड अध्यक्ष महादेव मुखिया सुशांति भगत, संतोष तिर्की, लसी उरांव मिले और ढांढ़स बंधाया.

बेड़ोः रांची जिले के नरकोपी थाना क्षेत्र के चनकोपी बगीचा टोली गांव के एक मजदूर शिबू उरांव का शव शुक्रवार को एयर एम्बुलेंस से लाया गया. शव को रिसीव कर गांव लाया गया. यहां घर के बुझे चिराग को देख ममता उफन उठी. इससे दहाड़ मारकर रो रही मां का आंचल भीग उठा. शिबू की मौत बेंगलुरू के मालूर गांव के पास सड़क दुघर्टना में हो गई थी.

ये भी पढ़ें-गढ़वा में ट्रक-ऑटो की टक्कर से पिता-पुत्र समेत तीन की मौत, सीएचसी में घायलों के एमपीडब्ल्यू से इलाज पर उठे सवाल

मृतक की बहन अंजू कुमारी ने बताया कि शिबू नौ दस साल से बेंगलुरू की वाई- कुकू प्राइवेट इंडिया लिमिटेड में स्वीट कॉर्न बनाता था. पिछले दिनों कंपनी के सुपरवाइजर संजीत ने परिजनों को बताया कि शिबू की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. जानकारी पर मजदूर मां फुलमनी उरांईन बेटे के अंतिम दर्शन के लिए तड़प उठी, लेकिन कलेजे के टुकड़े तक पहुंचने की कोई सूरत नहीं दिख रही थी. इस पर फुलमनी उरांईन ने मदद के लिए झारखंड प्रदेश आदिवासी कांग्रेस कमिटी उपाध्यक्ष सह मांडर विधानसभा प्रत्याशी रहे सनी टोप्पो से गुहार लगाई. सनी टोप्पो ने मानव तस्करी पर काम करने वाली बेंगलुरू की स्वयंसेवी संस्था तलाश के डायरेक्टर सीमा दीवान और श्रम मंत्रालय झारखंड सरकार की मदद से मजदूर का शव हवाई मार्ग से यहां मंगाया. एयर एम्बुलेंस से बिरसा मुंडा हवाई अड्डा रांची पर शव पहुंचने पर सनी टोप्पो ने शव रिसीव किया. बाद में एम्बुलेंस से उसे चनकोपी गांव पहुंचे.

शव से लिपट कर रोई मां
शव गांव पहुंचने पर मां फुलमनी और बहन अंजू कुमारी व परिजन दहाड़े मार मारकर रोने लगे. इकलौते बेटे की मौत पर मां के रोने का दृश्य देखकर हर किसी की आंख नम हो गई. फुलमनी का कहना था कि हम गरीब मजबूर लोगों ने तो शव देखने की भी उम्मीद छोड़ दी थी. इकलौता बेटा परिवार चलाने के लिए बेंगलुरू काम करने चला गया था, वह जिंदा नहीं आ सका.

इन्होंने बंधाया ढांढस

सनी टोप्पो ने बताया कि शिबू के परिजनों को मुआवजे का भुगतान करने का कंपनी ने आश्वासन दिया है. इससे बहन की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सकेगी. वहीं इनकी आर्थिक मदद के स्थानीय स्तर पर कराने के साथ सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इधर मृतक के परिजनों से सीओ सुमंत तिर्की, मुखिया फुलमनी उराईंन, बेड़ो कांग्रेस पार्टी प्रखंड अध्यक्ष महादेव मुखिया सुशांति भगत, संतोष तिर्की, लसी उरांव मिले और ढांढ़स बंधाया.

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