रांची: राजधानी रांची के मोरहाबादी में बापू की प्रतिमा के सामने कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता बुधवार (26 अप्रैल) को एक दिवसीय सत्याग्रह उपवास पर बैठे. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में इस उपवास में राज्य के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व विधायक ममता देवी, कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, शहजादा अनवर, प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा सहित बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता शामिल हुए.
यहां सत्याग्रह की बात होगी: उपवास में शामिल होने जमशेदपुर से सीधे बापू वाटिका पहुंचें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने यहां अश्लील वीडियो पर जवाब देने से इनकार कर दिया. उन्होंने का यह पार्टी का कार्यक्रम है और वे उसपर ही जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि आज देश के दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है. एक विचारधारा बापू की है, जिसने इस देश को सींचा और संवारा है. दूसरी तरफ उन लोगों की विचारधारा है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा को तो चुरा लेती है. लेकिन उनके अनुयायियों को जेल में भेज देना चाहती है.
संविधान को समाप्त करना चाहती भाजपा: बन्ना गुप्ता ने कहा कि अडाणी जैसे बड़े उद्योगपतियों के हाथों देश की संपत्ति सौंप देने की इच्छा रखने वाले लोगों के खिलाफ, जब राहुल गांधी ने आवाज बुलंद किया तो उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा. बन्ना गुप्ता ने कहा कि इतना ही नहीं, केंद्र की सरकार और भाजपा बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर के संविधान को भी समाप्त कर आरक्षण खत्म करने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि जब राहुल गांधी ने देश के हित के लिए आवाज उठाई तो उन्हें चुप करने की साजिश रची गयी.
सवालों के जवाब के बदले प्रताड़ित किया: राजेश ठाकुर ने कहा कि जब राहुल गांधी सवाल उठाते हैं कि देश मे महंगाई क्यों है? बेरोजगारी क्यों है? तो इन ज्वलंत सवालों के जवाब देने की जगह राहुल गांधी को प्रताड़ित किया जाने लगा. जेपीसी की मांग और LIC- एसबीआई के पैसे अडाणी समूह में क्यों लगाया गया यह सवाल देश की जनता पूछ रही है. राजेश ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस तब तक चुप नहीं बैठेगी, जब तक राहुल गांधी के सवालों का जवाब नहीं मिल जाता.
पुलिस मामले को करे उजागर: बन्ना गुप्ता प्रकरण पर पूछे गए सवाल के जवाब में राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता सीपी सिंह के संवाददाता सम्मेलन के बाद यह तो साफ हो गया है कि एक गैंग सक्रिय है. ऐसे में सच बात तो पीड़ित व्यक्ति ही बता सकते हैं, लेकिन आनेवाले दिनों में ऐसे मामले में गैंग का सरगना कौन है, इसका पर्दाफाश होना चाहिए. जिस तरह से सीपी सिंह और उनके मंत्री ने बात कही है, उसके बाद पुलिस को इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी कर देना चाहिए.