रांचीः रांची रेल मंडल के AILRSA के जोनल कमेटी के आवाह्नन पर रनिंग कर्मचारी और एलपी-जीडी को रेल प्रशासन की ओर से लाइन बॉक्स हटाकर ट्रॉली बैग देने के विरोध में एकदिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान डीआरएम कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी भी हुई.
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बता दें कि संगठन की ओर से रनिंग कर्मचारी और एलपी-जीडी को रेल प्रशासन की ओर से लाइन बॉक्स हटाकर ट्रॉली बैग दिए जाने को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है. इस मामले को लेकर डीआरएम को भी कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है. वरीय पदाधिकारियों ने सीधे तौर पर कहा है कि रेलवे बोर्ड ने इसे तय किया है. इसलिए स्थानीय स्तर पर अब कुछ नहीं किया जा सकता है. इसी के विरोध में कर्मचारियों ने रांची रेल मंडल के डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया.
जमकर नारेबाजी
इस दौरान एनडीए का भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग की गई. साथ ही रेलवे के निजीकरण के विरोध में भी आवाज बुलंद किया गया. वहीं, सीनियर एएलपी प्रमोशन जल्द से जल्द दिए जाने को लेकर भी मांग उठी. मौके पर कर्मचारियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है. साथ ही लोको पायलट को ट्रॉली बैग देना बंद करो जैसे नारे भी लगे.
धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर एक दिवसीय धरना
वहीं, झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई वर्कर्स यूनियन संघ निजीकरण के खिलाफ संयुक्त मोर्चा के बैनर तले धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर एकदिवसीय धरना दिया. इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. इस मौके कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री मन्नान मालिक ने कहा कि देश के कुछ कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचने के लिए आज केंद्र सरकार निजीकरण कर रही है, जिसका हम सभी लोग विरोध कर रहे हैं.