रांची: भारतीय साइकेट्रिक सोसायटी के झारखंड राज्य शाखा का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन रिम्स ऑडिटोरियम में किया गया. इसमें राज्य भर के साइकेट्रिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर चर्चा की गई.
इस मौके पर वरिष्ठ साइकेट्रिक डॉक्टर अशोक प्रसाद ने कहा कि इस सेमिनार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि मनोरोगी अपनी बीमारी को शर्म या डर की वजह से बताने से हिचकते हैं. ऐसे में यह रोग लोगों के लिए खतरनाक हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस सेमिनार के माध्यम से हम जनता के बीच में यह संदेश देना चाहते हैं कि मानसिक रोगी को डॉक्टरों के पास जाकर इलाज कराना चाहिए. शर्म या लज्जा की वजह से इसे नहीं छुपाना चाहिए.
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डॉक्टर अशोक प्रसाद ने बताया कि आज के समय में वित्तीय समस्या, पारिवारिक समस्या और सामाजिक समस्या सहित कई समस्याओं से लोग मानसिक बीमारी के शिकार होते हैं. इस सेमिनार में राज्यभर से आए मनोचिकित्सकों ने अपने-अपने विचार देकर मनोरोगियों के बेहतर उपचार को लेकर चर्चा की. वहीं, इस सेमिनार में ओमान से आए अनुभवी मनोचिकित्सकों ने मनोरोगियों के बेहतर इलाज के लिए अपने अनुभव का आदान-प्रदान किया.