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रांची: साइकेट्रिक सोसायटी का वार्षिक सम्मेलन, मनोरोग से बचने की दी गई जानकारी

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Published : Sep 15, 2019, 8:17 AM IST

रिम्स ऑडिटोरियम में साइकेट्रिक सोसायटी का वार्षिक सम्मेलन हुआ. इस मौके पर चिकित्सकों ने कहा कि मनोरोगी अपने बीमारी को शर्म या डर की वजह से बताने से हिचकते हैं. ऐसे में यह रोग लोगों के लिए खतरनाक हो जाता है. इसलिए इसे छिपाना नहीं चाहिए.

साइकेट्रिक सोसायटी वार्षिक सम्मेलन का आयोजन

रांची: भारतीय साइकेट्रिक सोसायटी के झारखंड राज्य शाखा का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन रिम्स ऑडिटोरियम में किया गया. इसमें राज्य भर के साइकेट्रिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर चर्चा की गई.

देखें पूरी खबर

इस मौके पर वरिष्ठ साइकेट्रिक डॉक्टर अशोक प्रसाद ने कहा कि इस सेमिनार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि मनोरोगी अपनी बीमारी को शर्म या डर की वजह से बताने से हिचकते हैं. ऐसे में यह रोग लोगों के लिए खतरनाक हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस सेमिनार के माध्यम से हम जनता के बीच में यह संदेश देना चाहते हैं कि मानसिक रोगी को डॉक्टरों के पास जाकर इलाज कराना चाहिए. शर्म या लज्जा की वजह से इसे नहीं छुपाना चाहिए.

ये भी पढ़ें-GST में 600 करोड़ की चोरी, वाणिज्य कर विभाग ने गिनाई अपनी 4 साल की उपलब्धियां

डॉक्टर अशोक प्रसाद ने बताया कि आज के समय में वित्तीय समस्या, पारिवारिक समस्या और सामाजिक समस्या सहित कई समस्याओं से लोग मानसिक बीमारी के शिकार होते हैं. इस सेमिनार में राज्यभर से आए मनोचिकित्सकों ने अपने-अपने विचार देकर मनोरोगियों के बेहतर उपचार को लेकर चर्चा की. वहीं, इस सेमिनार में ओमान से आए अनुभवी मनोचिकित्सकों ने मनोरोगियों के बेहतर इलाज के लिए अपने अनुभव का आदान-प्रदान किया.

रांची: भारतीय साइकेट्रिक सोसायटी के झारखंड राज्य शाखा का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन रिम्स ऑडिटोरियम में किया गया. इसमें राज्य भर के साइकेट्रिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर चर्चा की गई.

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इस मौके पर वरिष्ठ साइकेट्रिक डॉक्टर अशोक प्रसाद ने कहा कि इस सेमिनार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है कि मनोरोगी अपनी बीमारी को शर्म या डर की वजह से बताने से हिचकते हैं. ऐसे में यह रोग लोगों के लिए खतरनाक हो जाता है. उन्होंने कहा कि इस सेमिनार के माध्यम से हम जनता के बीच में यह संदेश देना चाहते हैं कि मानसिक रोगी को डॉक्टरों के पास जाकर इलाज कराना चाहिए. शर्म या लज्जा की वजह से इसे नहीं छुपाना चाहिए.

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डॉक्टर अशोक प्रसाद ने बताया कि आज के समय में वित्तीय समस्या, पारिवारिक समस्या और सामाजिक समस्या सहित कई समस्याओं से लोग मानसिक बीमारी के शिकार होते हैं. इस सेमिनार में राज्यभर से आए मनोचिकित्सकों ने अपने-अपने विचार देकर मनोरोगियों के बेहतर उपचार को लेकर चर्चा की. वहीं, इस सेमिनार में ओमान से आए अनुभवी मनोचिकित्सकों ने मनोरोगियों के बेहतर इलाज के लिए अपने अनुभव का आदान-प्रदान किया.

Intro:भारतीय साइकेट्रिक सोसायटी के झारखंड राज्य शाखा का वार्षिक सम्मेलन रांची के रिम्स ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया।

इस सम्मेलन में राज्य भर के साइकेट्रिक डॉक्टर ने हिस्सा लिया जहां उन्होंने मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर चर्चा की।

इस सेमिनार में ओमान से आए अनुभवी एवं मनोचिकित्सक ने मनोरोगी के बेहतर इलाज के लिए अपने अनुभव का किया आदान प्रदान।


Body:इस मौके पर वरिष्ठ साइकेट्रिक डॉक्टर अशोक प्रसाद ने कहा कि इस सेमिनार के आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य है कि मनोरोगी अपने बीमारी को शर्म या डर की वजह से बताने से हिचकते हैं ऐसे में यह रोग लोगों के लिए खतरनाक हो जाता है, इसीलिए इस सेमिनार के माध्यम से हम जनता के बीच में यह संदेश देना चाहते हैं कि मानसिक रोगी को डॉक्टरों के पास जाकर इलाज कराएं उन्हें शर्म या लज्जा की वजह से ना छुपाए।

वहीं उन्होंने बताया कि आज की तारीख में वित्तीय समस्या सामाजिक समस्या सहित कई समस्याओं से लोग मानसिक बीमारी के शिकार होते हैं, वही नवयुवक नशे का सेवन कर भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं।




Conclusion:वहीं इस सेमिनार में राज्यभर से आए मनोचिकित्सको ने अपने-अपने विचार देखकर मनोरोगियों की बेहतर उपचार को लेकर चर्चा की।

बाइट- डॉ अशोक प्रसाद, वरिष्ठ मनोचिकित्सक।
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