रांची: 27 जनवरी को मोरहाबादी मैदान में दिनदहाड़े हुई गैंगवार की घटना ने शहरवासियों की नींद उड़ा दी है, लेकिन इस घटना ने मोरहाबादी परिसर के आसपास कर रहे दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ा दी है. घटना होने के बाद रांची पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने सुरक्षा के मद्देनजर सभी दुकानदारों के दुकान खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिसके बाद सभी दुकानदार एकजुट होकर आंदोलन पर उतर गए हैं. दुकानदारों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि 4 दिनों से दुकान बंद होने के कारण उनके घर में खाना नहीं बचा है जिस वजह से वह चंदा जमा करके एक दूसरे का पेट भरने का काम कर रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः जान दे देंगे पर नहीं हटाएंगे दुकान, मोरहाबादी के दुकानदारों का ऐलान
रांची नगर निगम के आदेश के बाद मोरहाबादी परिसर के आसपास दुकान कर रहे दुकानदार पिछले चार दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अपने प्रदर्शन के माध्यम से यही मांग कर रहे हैं कि उन्हें दुकान चलाने दिया जाए ताकि वे लोग अपने परिवार का भरण पोषण कर सके. दुकानदारों की परेशानी को देखते हुए कई राजनीतिक पार्टियों के नेता इनका समर्थन करने पहुंचे, जिसमें कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी, अंबा प्रसाद के साथ साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केएन त्रिपाठी और सुबोध कांत सहाय ऐसे दिग्गज नेता भी शामिल हैं.
दुकानदारों के आंदोलन को देखते हुए सोमवार को नगर निगम की तरफ से बातचीत के लिए बुलाया गया. जिसमें दुकानदारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने नगर उपायुक्त कुंवर सिंह पाहन के साथ बैठकर बातचीत की. बातचीत में दुकानदारों ने एक स्वर में कहा कि वह जिला प्रशासन की हर शर्त मानने को तैयार हैं लेकिन उन्हें अपने जगह पर दुकान खोलने दिया जाए. जिसको लेकर नगर निगम की तरफ से दोबारा बातचीत के लिए दुकानदारों को बुलाया गया है. जिसके बाद अब मंगलवार को ही तय हो पाएगा कि मोरहाबादी परिसर में दुकान कर रहे दुकानदार कब तक अपनी दुकान खोल पाएंगे.