रांची: देशभर में हर वर्ष करीब 30 लाख लोगों को हार्ट अटैक आता है जिसमें से बड़ी संख्या में लोगों की जान चली जाती है. ऐसे में दिल की सेहत को बचाकर रखना हर भारतीयों के लिए जरूरी है. मधुमेह के साथ साथ ह्र्दयरोग के लिए भारत को दुनिया की कैपिटल कहा जाता है.
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दिल की बीमारियों के प्रति लोगों जागरूक को करने के लिए रिम्स के ट्रॉमा सेंटर सभागार में कार्यक्रम आयोजन किया गया जिसमें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी शिरकत की. इस कार्यक्रम में रिम्स के ह्रदय रोग विभाग के एचओडी डॉ हेमंत नारायण ने जहां रिम्स में ह्रदय रोग के इलाज की सुविधाओं में हो रही बढ़ोत्तरी के साथ-साथ राज्य के दूर दराज के इलाकों में ह्रदय रोग के इलाज की सुविधाएं बढ़ाने की मांग की. ताकि अगर लोगों की जान बचाई जा सके. डॉ हेमंत नारायण ने कहा कि कोरोना की वजह से दिल की बीमारियों की जटिलता और बढ़ी है.
राज्य के प्रख्यात ह्रदय रोग विशेषज्ञ और रिम्स कार्डियोलॉजी के हेड डॉ हेमंत नारायण ने कहा कि एक तो भारतीय जेनेटिक रूप से ऐसे हैं कि उनमें दिल की बीमारी होने की संभावना ज्यादा है उसके साथ-साथ कम उम्र से की धूम्रपान, अनियंत्रित मधुमेह और बीमारी की पहचान में देरी समस्या को और जटिल बना देता है.
सीने में दर्द को गैस की वजह से दर्द समझने की भूल न करें
डॉ हेमन्त नारायण ने कहा कि कोलेस्ट्राल और मधुमेह, उच्च रक्तचाप को नियंत्रित कर, स्मोकिंग न करके और हर दिन योग और कसरत के साथ-साथ कोई भी परेशानी होने पर तुरन्त डॉक्टर से इलाज करा कर इस खतरे को कम किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में समस्याएं इसलिए भी विकट हो गयी क्योकि ज्यादातर लोगों ने सिर्फ कोरोना पर ध्यान दिया. उन्होंने कहा कि राज्य के अलग-अलग इलाकों में भी ह्रदय रोग के इलाज की सुविधा होनी चाहिए.
रिम्स निदेशक डॉ पद्मश्री कामेश्वर प्रसाद ने कहा कि रिम्स में ह्रदय रोग के इलाज के लिए बेहतरीन इलाज की व्यवस्था सरकार की मदद से की जा रही है. लेकिन अत्याधुनिक तकनीकों और जानकारियों से लगातार रूबरू होते रहने के लिए जरूरी है कि संस्थान के चिकित्सक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध पत्र प्रस्तुत करें और देश के साथ-साथ विश्व के टॉप ह्रदय रोग संस्थानों के सम्पर्क में रहें.
बेहतरीन व्यवस्था करना चाहती है सरकार
कार्यक्रम के दौरान अपने माता पिता को दिल की बीमारी से खोने का दर्द साझा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार राज्य में ह्रदय रोग के बेहतर इलाज के लिए रिम्स के साथ-साथ अन्य जिलों में भी व्यवस्था करेगी. इसके साथ-साथ कैसे गोल्डन आवर में मरीज को बेहतरीन संस्थान पहुंचा कर उनकी जान बचाई जाए इसकी योजना बन रही है.