रांची: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद सिंह शुक्रवार रांची पहुंचे. यहां पर उन्होंने करम टोली स्थित आईएमए भवन में पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान आईएमए अध्यक्ष ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को सबसे बड़ा सम्मान बीसी राय मेमोरियल अवार्ड के रूप में दिया जाता था, लेकिन यह बंद कर दिया गया है. ऐसे पुरस्कारों से मनोबल बढ़ता है. इसलिए इसे शुरू कराने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से बातचीत हुई है, उन्होंने इस अवार्ड को फिर से शुरू करने का भरोसा दिलाया है.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईएमए अध्यक्ष डॉ. सहजानंद सिंह ने कहा कि कानून के मुताबिक चिकित्सकों पर हमला करने वाले लोगों को 7 साल की सजा के साथ-साथ पचास हजार जुर्माना राशि का प्रावधान है. इस नियम को और भी सख्त करने की मांग की जा रही है. इसके तहत डॉक्टरों पर हमला करने वाले शख्स को 10 साल की सजा और एक लाख रुपये जुर्माने की मांग की जा रही है. इसको लेकर देशभर के 28 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी सहमति जताई है, उम्मीद है कि जल्द इसे भी पूर्ण रूप से लागू कर दिया जाएगा.
इसके अलावा उन्होंने मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट पर भी अपनी राय जाहिर की. डॉ. सिंह ने कहा कि देश के 22 राज्यों में यह लागू है लेकिन झारखंड में इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है. यहां की सरकार सिर्फ आश्वासन दे रही है जिस वजह से झारखंड के डॉक्टर निर्भीक और निडर होकर काम नहीं कर पा रहे हैं. डॉ. सहजानंद ने क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में संशोधन की भी मांग की. उन्होंने कहा कि 50 बेड के नीचे के हॉस्पिटल और एकल डॉक्टर के क्लीनिक को इससे बाहर रखा जाए. इसके पीछे यह कारण है कि गरीब लोगों को बेहतर इलाज मिल सके.
आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहजानंद सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना पर भी मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि इसके तहत इलाज करने वाले अस्पतालों को पैसे का भुगतान नहीं किया जाता. उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द पैसे का भुगतान किया जाए. झारखंड आईएमए के सदस्य स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर इस विषय को जल्द से जल्द हल करने की बात करेंगे.